ताज़ा खबरें
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या
दीपावाली की सुबह 'गैस चेंबर' बनी दिल्ली, एक्यूआई खतरनाक स्तर पर

बेंगलुरु:लगभग तीन माह तक चले धुआंधार प्रचार के बाद कर्नाटक का रण अपने अंतिम मुकाम पर पहुंच गया। राज्य की 224 में से 222 सीटों पर आज (शनिवार) वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही सत्ता के तीन बड़े दावेदारों मुख्यमंत्री सिद्धरमैया, पूर्व मुख्यमंत्री येदियुरप्पा और जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी की किस्मत का फैसला ईवीएम में बंद हो जाएगा।

जयानगर सीट पर मतदान भाजपा प्रत्याशी बी एन विजयकुमार के निधन के चलते जबकि राजाराजेश्वरी नगर सीट पर निर्वाचन नियमों के उल्लंघन के चलते चुनाव रद्द कर दिया गया है। राजाराजेश्वरी नगर सीट पर 28 मई को चुनाव होगा। कांग्रेस, पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है। जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है।

भाजपा ने सिर्फ एक बार 2008 से 2013 तक कर्नाटक में शासन किया था। भाजपा ने 2008 में 110 सीटें जीती थीं। जबकि कांग्रेस ने 80, जेडीएस ने 28 और अन्य ने 6 सीटें जीती थीं। जेडीएस के लिए यह जीवन-मरण का सवाल है। जेडीएस फिलहाल एक दशक से सत्ता से बाहर है।

 

1985 के बाद से कोई दल दोबारा सत्ता में नहीं आया

वर्ष 1985 के बाद से कर्नाटक में कोई भी दल लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं आ पाया है। उस साल रामकृष्ण हेगड़े की अगुवाई में जनता दल फिर सत्ता पर काबिज हुआ था। कांग्रेस, पंजाब के बाद एकमात्र बड़े राज्य पर काबिज रहने के लक्ष्य पर केंद्रित है जबकि भाजपा कर्नाटक में अपनी सरकार बनाने के लिए जुटी हुई है।

मतदाताओं की मदद करेगी रैपिड फोर्स

चुनाव में जंगली क्षेत्रों की सीमावृत्ति और हाथी क्षेत्रों में मतदाताओं की मदद के लिए रैपिड एक्शन फोर्स को तैनात किया गया है। उन 30 मार्गों की पहचान की गई है जहां से हाथी गुजरते हैं। इन मार्गों पर त्वरित कार्रवाई दल तैनात रहेंगे। मतदाता बिना किसी भय के अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें इसके लिए 30 टीमें उनकी मदद के लिए गठित की गई हैं।

आंकड़ों में चुनाव-

-  224 सीटें हैं विधानसभा में

- 222 सीटों पर मतदान होगा

- 113 सीट बहुमत का आंकड़ा

- 15 मई को नतीजे आएंगे

- 26 सौ से अधिक उम्मीदवार मैदान में

- 55.6 हजार से अधिक मतदान केंद्र

- 3.5 लाख कर्मी चुनाव ड्यूटी पर होंगे

- 1.4 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी होंगे

- 70% मतदान हुआ 2013 के चुनाव में

मतदाता-

4.98 करोड़ कुल

2.52 करोड़ पुरुष

2.44 करोड़ महिला

खास व्यवस्था-

-जनजातीय क्षेत्रों में कुछ मतदान केंद्रों में संबंधित स्थान के पारंपरिक छाप दिखेगी

-पहली बार कुछ चुनिंदा मतदान केंद्रों पर दिव्यांग कर्मचारी ड्यूटी पर तैनात होंगे

-मतदाता मोबाइल एप के माध्यम से अपने बूथ में कतार की स्थिति भी जान सकेंगे

2013 में किसे कितनी सीटें-

कांग्रेस- 122

भाजपा- 40

जेडीएस- 40

अन्य दल- 22

इन प्रमुख उम्मीदवारों पर सभी की निगाहें-

सिद्धरमैया (कांग्रेस)- चामुंडेश्वरी, बदामी

बीएस येदियुरप्पा (भाजपा)- शिकारपुरा

एचडी कुमारस्वामी (जेडीएस)- रामनगर, चन्नपट्टण

यतींद्र सिद्धरम्मैया (कांग्रेस)- वरुणा नगर 

जगदीश शेट्टार (भाजपा) - हुबली धारवाड़ सेंट्रल

बी श्रीरामुलु (भाजपा) - मोलाकालमुरु और बादामी

रामलिंगा रेड्डी (कांग्रेस)- बीटीएम लेआउट

एमबी पाटिल (कांग्रेस) - बाबालेश्वर 

लक्ष्मी हेबलकर  (कांग्रेस)- बेलगावी ग्रामीण

जी सोमशेखर रेड्डी  (भाजपा)- बेल्लारी  

 

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख