ताज़ा खबरें
आतंकियों का गैर कश्मीरी कर्मचारियों पर हमला, फायरिंग में दो घायल
खराब हवा वाले दस शहरों में दसों यूपी के, अब दिल्ली का 11वां नंबर
दिल्‍ली के शाहदरा में दीपावली के दिन दो लोगों की गोलीमार कर हत्‍या
दीपावाली की सुबह 'गैस चेंबर' बनी दिल्ली, एक्यूआई खतरनाक स्तर पर

बेंगलुरू: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए एक दूसरे पर आक्षेप से भरा प्रचार अभियान गुरुवार शाम पांच बजे खत्म हो गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समेत भाजपा एवं कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए प्रचार के आखिरी दिन पूरी ताकत झोंक दी। प्रचार के दौरान भ्रष्टाचार से लेकर संप्रदायवाद, मुख्यमंत्री सिद्धरमैया की 70 लाख रुपये की हबलॉट की घड़ी जैसे तमाम मुद्दे उठे।

देश की सत्ता में आने के बाद से सभी राज्य में हुए चुनाव की तरह मोदी इस बार भी कर्नाटक में भाजपा के चुनाव प्रचार अभियान की बागडोर अपने हाथ में थामे रहे। भाजपा बी एस येदियुरप्पा को अपने मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार भी घोषित कर चुकी है। उसी तरह राहुल गांधी ने कांग्रेस चुनाव प्रचार का जिम्मा संभाला।

चुनाव प्रचार के दौरान मोदी ने हर दिन कम से कम तीन रैलियों को संबोधित किया या नमो एप के माध्यम से भाजपा के विभिन्न अग्रिम संगठनों के कार्यकर्ताओं से बात की। कर्नाटक में मतदान शनिवार को होगा।

मोदी ने नमो एप के जरिए 25 लाख लोगों से किया संवाद

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नमो एप पर कई वीडियो संवाद के जरिए कर्नाटक में 25 लाख लोगों तक पहुंच बनाई है। भाजपा के आईटी विभाग के प्रभारी अमित मालवीय ने गुरुवार को दावा किया कि मोदी विश्व में एकमात्र ऐसे नेता हैं, जिन्होंने इस तरह के संचार माध्यम को अपनाया है। प्रधानमंत्री ने एप के जरिए लोगों से संवाद पूरा किया। उन्होंने भाजपा की अनुसचित जाति,अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ावर्ग और झुग्गी शाखा के सदस्यों से बातचीत की। मालवीय ने कहा, अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों में नमो एप के जरिए प्रधानमंत्री की पहुंच और बढ़ेगी।

उन्होंने दावा किया, मोदी के प्रौद्योगिकी उपकरण किट में मोबाइल एप भी जोड़ा गया है और उन्होंने कर्नाटक चुनाव अभियान में इसका अधिकतम इस्तेमाल किया है। मालवीय ने बताया कि पार्टी की विभिन्न शाखाओं के नेताओं के साथ बातचीत से उन्हें संगठन के अंतिम कार्यकर्ता तक पहुंचने में मदद मिली है। इससे कार्यकर्ताओं को यह संदेश मिला है कि वह सीधे प्रधानमंत्री से बातचीत कर सकते हैं। आईटी प्रभारी के मुताबिक नमो एप के एक करोड़ उपयोगकर्ता हैं। इससे यह शक्तिशाली संदेश उपकरण के रूप में स्थापित हुआ है ।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख