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बेंगलुरु: कर्नाटक विधानसभा चुनाव के पहले तेज होती सियासी सरगर्मी के बीच भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के आरोपों पर अब मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने पलटवार किया है। सिद्धारमैया ने आरोप लगाते हुए कहा कहा कि भाजपा, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बजरंग दल के भीतर भी आतंकवादी हैं। उन्होंने कहा, 'वह अपने आप में आतंकी है।

भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल के भीतर आतंकी हैं।' कर्नाटक में इसी साल विधानसभा के चुनाव होने हैं और पिछली बार की ही तरह इस बार भी वहां चुनावी टक्कर सत्तारुढ़ कांग्रेस और विपक्षी बीजेपी के बीच है।

गौरतलब है कि कर्नाटक के भाजपा प्रमुख ने सिद्धारमैया पर चुनाव के लिए सांप्रदायिक ध्रुवीकरण का आरोप लगाया था, जिस पर पलटवार करते हुए उन्होंने बीजेपी और आरएसएस को 'आतंकी संगठन' बता डाला।

उन्होंने कहा, 'चाहे पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) हो, या सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (एसडीपीआई), बजरंग दल, विश्व हिंदू परिषद या कोई और संगठन....अगर वह किसी समाज में सौहार्द्र की भावना को बिगाड़ने का काम करते हैं या नफरत फैलाते हैं या सांप्रदायिकता, तो उसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'

क्या वह इन संगठनों को बैन किए जाने को लेकर केंद्र को रिपोर्ट भेजेंगे, के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, 'हमें वह दस्तावेज सामने रखने होंगे जो इस तरह की गतिविधियों में इनकी संलिप्तता को जाहिर करते हैं।'

गौरतलब है कि कर्नाटक भाजपा प्रमुख ने ट्वीट कर कहा था, 'मुख्यमंत्री सिद्धारमैया भाजपा और आरएसएस को आतंकी संगठन कह, चुनावों को सांप्रदायिक रूप से ध्रुवीकृत करना चाहते हैं।' इसमें कहा गया था, 'लेकिन उन्हें यह नहीं पता है कि भारत 1975 में नहीं रह रहा है और इंदिरा गांधी आज देश की प्रधानमंत्री नहीं है।'

मुख्यमंत्री पर हमला करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता और एमएलसी वी सोमन्ना ने कहा कि सिद्धारमैया अपना 'दिमामी संतुलन' खो चुके हैं। सिद्धारमैया से माफी मांगे जाने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि आरएसएस देश के लिए काम करने वाली संस्था है। उन्होंने कहा, 'मैं मुख्यमंत्री से अपील करता हूं कि उन्हें किसी आतंकी संगठन की तरफ प्यार नहीं दिखाना चाहिए जो राज्य में केरल जैसी स्थिति पैदा करना चाहते हैं। यह आपके लिए ठीक नहीं होगा।'

गौरतलब है कि बीजेपी इस्लामी संगठन पीएफआई और इसकी राजनीतिक शाखा एसडीपीआई को हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता की हत्या के आरोप में प्रतिबंधित करने की मांग कर रही है। वहीं पीएफआई संघ परिवार के संगठनों पर मुस्लिम समुदाय के लोगों की हत्या का आरोप लगा रहा है।

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