उडुपी: राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत ने राम मंदिर मुद्दे पर कहा है कि राम जन्म भूमि पर सिर्फ राम मंदिर ही बनाया जाना चाहिये कोई दूसरा ढांचा नहीं। कर्नाटक के उडुपी में चल रहे धर्म संसद के दौरान मोहन भागवत देश भर से आए 2000 संतों और विश्व हिंदू परिषद् के नेताओं को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर किसी तरह का संदेह नहीं होना चाहिये। उन्होंने कहा, 'हम इसका निर्माण करेंगे। ये कोई चुनावी घोषणा नहीं है बल्कि हमारी आस्था का विषय है।' संघ प्रमुख ने कहा कि सालों तक दिये गए बलिदान और कोशिशों के बाद अब इसके निर्माण की संभावना नज़र आ रही है। हालांकि उन्होंने माना कि मामला अभी कोर्ट में है।
उन्होंने कहा, ' राम मंदिर ही बनना चाहिये कुछ और नहीं। मंदिर वहीं पर बनाया जाना चाहिये।' उन्होंने कहा कि मंदिर को उसी तरह का भव्य बनाया जाएगा जैसा वहां हुआ करता था। उन्होंने कहा कि उसके निर्माण के लिये उन्हीं पत्थरों का इस्तेमाल किया जाएगा जिसका उस समय के मंदिरों के निर्माण के लिये किया गया था।
उन्होंने कहा कि इसेक निर्माण के पहले लोगों के बीच जागरूकता फैलानी होगी। उन्होंने कहा, 'हम इस समय अपना लक्ष् पाने के नज़दीक हैं, लेकिन हमें इस संबंध में सावधान रहना पड़ेगा। वीएचपी की तरफ से आयोजित इस धर्म संसद में राम मंदिर, धर्मांतरण और गोरक्षा पर चर्चा की जाएगी।
सुप्रीम कोर्ट में 5 दिसंबर से अयोध्या मामले पर आखिरी सुनवाई होने जा रही है और उससे पहले मोहन भागवत के इस बयान से राजनीतिक भीचाल आ सकता है।