ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

अहमदाबाद: गुजरात विधानसभा चुनाव में उम्मीदवारों को लेकर पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) की नाराजगी से कांग्रेस की मुश्किलें बढ़ सकती है। पार्टी रणनीतिकार मानते हैं कि कांग्रेस को पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथ इतना आगे बढ़ने के बाद पीछे नहीं हटना चाहिए था। इससे पाटीदारों में गलत संदेश जाएगा।

पार्टी के एक नेता ने कहा कि पाटीदार नेता हार्दिक पटेल के साथ बातचीत चल रही है। विवाद जल्द खत्म हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं। कांग्रेस पाटीदार अनामत आंदोलन समिति से जुड़े लोगों को पूरा सम्मान देगी। अभी कांग्रेस ने समिति से जुड़े दो लोगों को टिकट दिए हैं। विवाद खत्म करने के लिए पीएएएस को कुछ और टिकट दिए जा सकते हैं।

कांग्रेस में कई नेता मानते हैं कि टिकटों को लेकर इस पूरे विवाद से पाटीदारों का कांग्रेस पर भरोसा कम हुआ है। पाटीदार अमूमन चुनावों में भाजपा समर्थन करते रहे हैं। आरक्षण पर नाराजगी के चलते इस बार कांग्रेस सेंध लगा सकती थी। पर इस विवाद ने समर्थन में बनते हुए माहौल को बिगाड़ दिया है।

अहमदाबाद: गुजरात में कांग्रेस और पाटीदार समुदाय में समर्थन को लेकर बनी सहमति के कुछ घंटे बाद ही नाटकीय घटनाक्रम सामने आया। देर रात में हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के सदस्यों ने कांग्रेस के सूरत के दफ्तर पर हमला किया।

उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने आंदोलन के दो नेताओं के नाम सहमति के बिना सूची में शामिल कर लिए। कांग्रेस ने विधानसभा चुनाव के लिए 77 उम्मीदवारों की सूची की घोषणा की है। इसमें पाटीदार समुदाय के 19 सदस्य हैं, जो कि सरकारी नौकरियों और कॉलेजों में समुदाय को आरक्षण देने के लिए प्रचार कर रहे हैं। इनमें हार्दिक पटेल के दो सहयोगी भी शामिल हैं।

कांग्रेस की गुजरात इकाई और पाटीदार अनामत आंदोलन समिति ने पहले कहा था कि वे राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने पर पटेलों को आरक्षण देने के मुद्दे पर एक समझौते पर पहुंच गए हैं। आरक्षण फॉर्मूले की बारीकियों और गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने को लेकर ‘पास’ के रुख के बाबत आधिकारिक घोषणा सोमवार को हार्दिक पटेल राजकोट में एक जनसभा में करेंगे।

अहमदाबाद: कांग्रेस की गुजरात इकाई और हार्दिक पटेल की अगुवाई वाली पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) ने रविवार को कहा कि वे राज्य में कांग्रेस के सत्ता में आने पर पटेलों को आरक्षण देने के मुद्दे पर एक समझौते पर पहुंचे हैं।

आरक्षण फॉर्मूले की बारीकियों और गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को समर्थन देने को लेकर ‘पास’ के रुख के बाबत आधिकारिक घोषणा सोमवार को हार्दिक पटेल राजकोट में एक जनसभा में करेंगे। इस मुद्दे पर एक अहम बैठक के बाद ‘पास’ के संयोजक दिनेश बम्भानिया ने यह जानकारी दी।

हार्दिक इस बैठक में मौजूद नहीं थे। हार्दिक के करीबी सहयोगी दिनेश ने बताया, ‘‘पहले हमने कांग्रेस से स्पष्ट करने को कहा था कि वह पाटीदारों को संवैधानिक तौर पर मान्य आरक्षण कैसे देगी। रविवार को हमने इस मुद्दे पर एक अहम बैठक की और आखिरकार पार्टी की ओर से हमें पेशकश किए गए विभिन्न विकल्पों पर आम राय पर पहुंच गए।

इस समझौते की आधिकारिक घोषणा राजकोट में हार्दिक द्वारा सोमवार को की जाएगी।’’ बैठक के बाद उन्होंने पत्रकारों को बताया, ‘‘मैं कह सकता हूं कि आरक्षण देने के कांग्रेस के फॉर्मूले पर हम पार्टी के साथ हैं।

नई दिल्ली: गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने 77 उम्मीदवारों की अपनी पहली लिस्ट जारी कर दी है। इसमें शक्ति सिंह गोहिल की सीट बदल दी गई है, वह इस बार कच्छ के मांडवी से चुनाव लड़ेंगे। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भरत सिंह सोलंकी इस बार चुनाव नहीं लड़ेंगे।

कांग्रेस की ओर से 77 उम्मीदवारों की इस लिस्ट से एक घंटे पहले 71 उम्मीदवारों की एक लिस्ट जारी करने की खबर चली, जिसे बाद में कांग्रेस ने फर्जी लिस्ट करार दिया। फर्जी लिस्ट को लेकर कांग्रेस ने भाजपा पर आरोप लगाया है। कांग्रेस गुजरात प्रदेश कमेटी के प्रवक्ता मनीष दोशी ने भाजपा पर फर्जी लिस्ट जारी करने का आरोप लगाते हुए जनता से माफी मांगने के लिए कहा।

उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि भाजपा जवाब दे कि आखिर क्यों उसने यह नौटंकी की। इसके लिए भाजपा को जनता से माफी मांगनी चाहिए।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख