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अहमदाबाद: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपने गृह राज्य गुजरात की दो दिवसीय यात्रा से ठीक पहले पटेल आरक्षण आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल और उनके 50 समर्थकों ने भाजपा सरकार द्वारा अपने समुदाय के लोगों पर अत्याचार किए जाने का आरोप लगाते हुए अपना सिर मुंड़वाया और न्याय के लिए मार्च शुरू किया। हार्दिक और उनकी पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पास) के 50 सदस्यों ने रविवार सुबह लाठीडाड गांव में विरोध मार्च निकाला। उसके बाद वे यहां से तकरीबन 155 किलोमीटर दूर बोटाड जिले से न्याय यात्रा पर निकले ताकि आरक्षण के लिए ओबीसी श्रेणी में शामिल किए जाने समेत अपनी अन्य मांगों को रेखांकित कर सकें। हार्दिक ने संवाददाताओं से कहा कि पास के 50 सदस्यों के साथ मैंने इस सरकार द्वारा हमारे समुदाय के सदस्यों पर पिछले दो वर्षों में किए गए अत्याचार को उजागर करने के लिए अपना सिर मुंड़वाने का फैसला किया। अब हम न्याय मांगने के लिए न्याय यात्रा पर निकल रहे हैं। बोटाड से शुरू हुआ मार्च तकरीबन 50 गांवों से होकर गुजरेगा और पड़ोसी भावनगर शहर में खत्म होगा। कुछ दिन पहले हार्दिक ने गुजरात में फिर से आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन शुरू करने की घोषणा की थी और कहा था कि उनका मुख्य लक्ष्य आगामी विधानसभा चुनावों में सत्तारूढ़ भाजपा को हराना है।

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