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गांधीनगर: गुजरात विधानसभा में किसानों की खुदकुशी का मुद्दा उठाने वाले कांग्रेस के सदस्यों और भाजपा के विधायकों ने दूसरे के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया और फिर हाथपाई भी हुयी जिसमें एक महिला मंत्री एवं एक विधायक को चोटें आईं। बाद में, मंत्रियों और भाजपा विधायकों पर कथित तौर पर हमला करने के लिए कांग्रेस के दो विधायकों को बजट सत्र की बाकी की अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया जिसके बाद विपक्षी कांग्रेस ने वॉक आउट कर दिया। विधानसभा अध्यक्ष रमनलाल वोरा ने भाजपा विधायकों और मंत्रियों.. निर्मला वाधवानी और वल्लभ ककादिया पर हमला की कोशिश करने के आरोप में कांग्रेस विधायक परेश धनानी और बलदेवजी ठाकुर को निलंबित कर दिया। दोनों पार्टियों के बीच तकरार तब शुरू हुई जब अमरेली सीट से विधायक धनानी ने जानना चाहा कि पिछले दो सालों में जूनागढ़ और अमरेली जिले में कितने किसानों ने खुदकुशी की है। अपने जवाब में कृषि मंत्री चिमन सपारिया ने कहा कि उस दौरान ऐसी कोई घटना नहीं हुई है। जवाब से असंतुष्ट धनानी मंत्री की कुर्सी के पास आ गए और आरोप लगाया कि वह झूठ बोल रहे हैं क्योंकि राज्य के गृह विभाग के आंकड़े बताते हैं कि उन जिलों में उस दौरान 400 से ज्यादा किसानों ने अपनी जान दी है। जब सपारिया और धनानी से बहस कर रहे थे तभी कलोल सीट से कांग्रेस विधायक ठाकुर मंत्री के पास आए और उनके हाथ से कागजात छीनने की कोशिश की जिस वजह से सर्जनों ने उन्हें घेर लिया।

कांग्रेस सदस्यों की ऐसी आक्रमकता पर भाजपा विधायकों ने कड़ी आपत्ति जताई और मुख्यमंत्री विजय रूपाणी और विपक्ष के नेता शंकर सिंह वाघेला की मौजूदी में ही विपक्ष के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल किया । जब विधानसभा स्पीकर की लगातार अपीलों के बाद व्यवस्था कायम नहीं हुई तो उन्होंने सदन को अनिश्चितकाल के लिए स्थगति कर दिया और सदन से चले गए। उनके जाने के बाद, कांग्रेस सदस्यों ने भाजपा विधायकों अमरूतिया और प्रफूल पनशेरिया पर उन्हें आपत्तिजनक चीज़े कहने का आरोप लगाया। ठाकुर को जब सदन से सुरक्षाकर्मी ले जा रहे थे तभी वह विधानसभा अध्यक्ष की कुर्सी के पीछे से सत्ता पक्ष की ओर बढ़े और कथित तौर पर पनशेरिया और अमरूतिया पर हमला करने की कोशिश की। परिवहन मंत्री वल्लभ ककादिया और अन्य जमीन पर गिर पड़े क्योंकि उन्हें भागते हुए ठाकुर से धक्का लगा। ककादिया ने उन्हें रोकने की कोशिश की थी। महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला वधवानी ककादिया के बराबर में बैठीं थीं। सर्जन्टों ने ठाकुर को पकड़कर लिया और बाहर ले गए, जिसके बाद उनके पैर का प्राथमिक उपचार किया गया। उन्होंने दावा किया कि भाजपा सदस्यों ने उनपर हमला किया। इसी तरह से निर्मला को भी प्राथमिक उपचार दिया गया क्योंकि ठाकुर से धक्का लगने से उनके हाथ में चोट आई थी। जब करीब एक घंटे के बाद सदन की कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो गृह राज्य मंत्री प्रदीप सिंह जडेजा और उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल ने दोनों कांग्रेस विधायकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का विधानसभा अध्यक्ष से अनुरोध किया। विधानसभा अध्यक्ष ने ठाकुर और धनानी को अनुशासनहीनता का दोषी पाया और बजट सत्र के बाकी की अवधि के लिए निलंबित कर दिया, जो 31 मार्च को खत्म होगा। इसके विरोध में कांग्रेस सदस्यों ने वॉक आउट किया।

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