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जामताड़ा (झारखंड):  कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सबका साथ-सबका विकास और अच्छे दिन की बात कही थी। जनता ने अच्छे दिन के इंतजार में बेहतरीन दिन गंवा दिए हैं।  झारखंड के जामताड़ा और खिजरी में विशाल जनसभाओं को संबोधित करते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि झारखंड को कोयले के खनन के 1,36,000 करोड़ रुपये मिलने चाहिए, लेकिन भाजपा की सरकार ये पैसा नहीं दे रही है।

उन्होंने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी झारखंड को उसके हक के पैसे दें। क्योंकि यह झारखंड की जनता का पैसा है, मोदी का नहीं। 

जनता के भारी हुजूम से गदगद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने देश में आईआईटी, एम्स, इंजीनियरिंग कॉलेज बनाए और विकास के कई सारे काम किए। इन्हीं स्कूल, कॉलेज में भाजपा के लोग भी पढ़े और वही आज पूछते हैं कि कांग्रेस पार्टी ने क्या किया। कांग्रेस और बाबा साहेब अंबेडकर जी ने देश को संविधान दिया। संविधान से ही महिलाओं, गरीबों, पिछड़ों समेत देश के हर वर्ग को वोट का अधिकार मिला।

रांची: झारखंड में विधानसभा चुनाव के पहले चरण का मतदान बुधवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। पहले दौर में प्रदेश के 15 जिलों की 43 विधानसभा सीटों पर शाम 5 बजे तक वोटिंग कराई गई। शाम साढ़े सात बजे तक के आंकड़े के अनुसार 43 सीटों पर 65.27% मतदान दर्ज किया गया है। पहले चरण में बुधवार को जहां चुनाव हुआ है, वहां 2019 में 63.75% मतदान हुआ था। यानी शुरुआती आंकड़े से ही पता चल रहा है कि पहले चरण की इन 43 सीटों पर 2019 के मुकाबले एक फीसदी से अधिक मतदान हुआ है। चुनाव आयोग की तरफ से अंतिम आंकड़े जारी होने पर मतदान प्रतिशत और ज्यादा हो सकता है।

पहले चरण के मतदान के साथ ही इस चरण में उतरे सभी 683 उम्मीदवारों की किस्मत ईवीएम में कैद हो गई। पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, राज्यसभा सांसद महुआ माजी, पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास की बहू पूर्णिमा दास जैसै चर्चित चेहरों के सियासी भाग्य का फैसला ईवीएम में कैद हो गया है।

नई दिल्ली (जनादेश ब्यूरो): झारखंड में आज विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण की वोटिंग हो रही है। 15 जिलों की 43 सीटों पर हो रहे मतदान में मुख्य मुकाबला बीजेपी और कांग्रेस-जेएमएम गठबंधन के बीच है। ये चुनाव तय करेगा कि झारखंड में हेमंत सोरेन फिर सत्ता में आएंगे या फिर बीजेपी अपना परचम लहराएगी। 30 सीटों पर अगले चरण का चुनाव 20 नवंबर को होना है। जिन 43 सीटों पर वोटिंग हो रही है, उनमें 17 जनरल, 20 एसटी और 6 एससी सीटें हैं। वोटिंग के लिए 20,281 जगहों पर कुल 29562 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। इनमें से 5042 शहरी और 24520 बूथ ग्रामीण इलाकों में हैं। 43 में से 29 सीटों को संवेदनशील निर्वाचन क्षेत्र घोषित किया गया है। यहां पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। आज पहले चरण में 683 कैंडिडेट अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, जिनमें 609 पुरुष, 73 महिलाएं और एक थर्ड जेंडर हैं।

झारखंड में पहले चरण में 43 सीटों पर बुधवार दोपहर एक बजे तक 46.3 प्रतिशत मतदान हुआ है। वहीं केरल के वायनाड में सुबह 11 बजे तक 27.04 फीसदी मतदान दर्ज किया गया।

रांची: झारखंड में पहले चरण की 43 विधानसभा सीटों पर 13 नवंबर को होने वाले चुनाव में एनडीए और इंडिया ब्लॉक के बीच कांटे की टक्कर है। वर्ष 2019 के चुनाव में इनमें से 25 सीटों पर जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी के गठबंधन ने जीत हासिल की थी, जबकि बीजेपी के हिस्से मात्र 13 सीटें आई थीं। दो सीटों पर निर्दलीय, एक पर एनसीपी और एक पर जेवीएम ने जीत दर्ज की थी।

इस बार एनडीए ने जहां अपना स्कोर सुधारने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगाया है, वहीं इंडिया ब्लॉक भी अपनी पुरानी स्थिति को बरकरार रखते हुए कुछ सीटें जोड़ने की कोशिशों में जुटा है।

इस चरण में पूर्व मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन और झारखंड की मौजूदा सरकार के छह मंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। सीएम की कुर्सी से हटाए जाने के एक महीने बाद ही बीजेपी में शामिल हुए चंपाई सोरेन कोल्हान प्रमंडल की अपनी परंपरागत सीट सरायकेला से चुनाव लड़ रहे हैं, जहां से वह अब तक छह बार विधायक चुने गए हैं। वर्ष 1991 से लेकर 2019 तक सात चुनावों में उन्हें सिर्फ एक बार वर्ष 2000 में पराजय का सामना करना पड़ा था।

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