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चेन्नई: तमिलनाडु में सियासी अनिश्चितता के बीच विधानसभा में शक्ति परीक्षण के लिए दोनों ही गुट अपना-अपना दावा कर रहे हैं। आज (गुरूवार) पन्नीरसेल्वम तमिलनाडु के राज्यपाल विद्यासागर राव से मिलने राजभवन पहुंचे और उनके सामने अपना पक्ष रखा। बताया जा रहा है कि दोनों की मुलाकात तकरीबन 15 मिनट चली, इसके कुछ समय बाद शशिकला अपने साथ समर्थक विधायकों की लिस्ट लेकर राज्यपाल से मिलने पहुुंचकर सरकार बनाने का दावा रखा है। मुख्यमंत्री के करीब सूत्रों ने बताया कि पनीरसेल्वम ने आज यहां राजभवन में राज्यपाल से भेंट की और करीब 15 मिनट उनसे बातचीत की। हालांकि सूत्रों ने इस बात से अनभिज्ञता प्रकट की कि दोनों के बीच क्या बातचीत हुई। यह भेंट ऐसे वक्त में हुई है जब पनीरसेल्वम कह रहे हैं कि यदि जरूरत हुई तो वह मुख्यमंत्री के पद से अपना इस्तीफा वापस ले लेंगे, जो उन्होंने पिछले रविवार को दिया था। उन्होंने शशिकला के अन्नाद्रमुक विधायक दल की नेता चुने जाने के बाद निजी कारणों का हवाला देकर मुख्यमंत्री की कुर्सी छोड़ने की पेशकश की थी ताकि उनके लिए इस शीर्ष पद का मार्ग प्रशस्त हो।लेकिन सात फरवरी को बगावत का झंडा उठाते हुए पनीरसेल्वम ने आरोप लगाया था कि शशिकला के मुख्यमंत्री बनने के वास्ते उन्हें इस पद से हटने के लिए बाध्य किया गया। अन्नाद्रमुक महासचिव वी के शशिकला पर हमला तेज करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ओ पनीरसेल्वम ने आज आरोप लगाया कि उन्होंने (शशिकला ने) ही दिवंगत जयललिता के साथ विश्वासघात किया और कहा कि अम्मा के पोएस गार्डेन निवास को स्मारक घोषित कर दिया जाना चाहिए।

चेन्नई: अन्नाद्रमुक प्रवक्ता ने आज (बुधवार) दावा किया कि पार्टी महासचिव वीके शशिकला की अध्यक्षता में बुधवार को हुई बैठक में 131 विधायक शरीक हुए, जबकि एक दिन पहले ही मुख्यमंत्री ओ. पन्नीरसेलवम ने बगावत की थी और उन्होंने दावा किया था कि तमिलनाडु विधानसभा में विधायकों का बहुमत उनका समर्थन करेगा। अन्नाद्रमुक प्रवक्ता ने दावा किया है कि शशिकला की अध्यक्षता में आज हुई बैठक में 131 विधायक शरीक हुए। आधी रात हुई बगावत के बाद शशिकला ने शक्ति प्रदर्शन के लिए पार्टी मुख्यालय में पार्टी विधायकों के साथ एक बैठक बुलाई और उन्हें अपने साथ बनाए रखने की कोशिश करते हुए बाद में उन्हें बसों में भर कर एक अज्ञात स्थान पर ले गईं। हालांकि, मुख्यमंत्री के तौर पर शशिकला का शपथ ग्रहण करना फिलहाल दूर की कौड़ी है क्योंकि राज्यपाल विद्यासागर राव अब भी मुंबई में हैं और यहां आने का संकेत नहीं दे रहे हैं। इस बीच ये अपुष्ट खबरें भी हैं कि यदि राज्यपाल ने शशिकला को शपथ दिलाने में देर की तो वह राष्ट्रपति के सामने इन विधायकों की परेड भी करा सकती हैं। वहीं, पनीरसेलवम ने कहा है कि जयललिता के स्वास्थ्य की स्थिति और उनकी मृत्यु से जुड़े संदेहों की जांच के लिए उच्चतम न्यायालय के एक मौजूदा न्यायाधीश के तहत एक जांच आयोग गठित किया जाए। विधायकों को संबोधित करते हुए शशिकला ने पनीरसेलवम पर हमला बोलते हुए कहा कि उन्होंने पार्टी से विश्वासघात किया है और पूरी तरह से द्रमुक से मिले हुए हैं जिससे जयललिता जीवन भर लड़ी।

चेन्‍नई: डीएमके नेता एमके स्टालिन ने कहा कि द्रमुक को अन्नाद्रमुक के ‘आंतरिक झगड़ों’ से कुछ लेना देना नहीं है। उन्होंने शशिकला से द्रमुक पर आरोप लगाने के बजाय पनीरसेल्वम के आरोपों का जवाब देने को कहा। बता दें कि अन्नाद्रमुक की महासचिव शशिकला ने आरोप लगाया है कि पार्टी नेतृत्व के खिलाफ उनकी (पनीरसेल्वम की) बगावत के पीछे द्रमुक का हाथ है। पनीरसेल्वम ने कल रात अचानक बगावत के बाद कहा कि उनसे उनके इस आरोप का आधार पूछा जाना चाहिए। मेरा संबंध द्रमुक के साथ कभी मैत्रीपूर्ण नहीं रहा। इतिहास देखा जाए तो यह बात स्पष्ट हो जाएगी। स्टालिन ने बीते दिनों आरोप लगाया था कि दिवंगत मुख्यमंत्री जे जयललिता के इलाज और अन्नाद्रमुक प्रमुख वी के शशिकला के विधायक दल का नेता चुने जाने के पीछे रहस्य है। उन्होंने कहा कि ये जल्द ही ‘लोगों के सामने आ जाएंगे।’ उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा कि मैं बार बार ये कह रहा हूं। जे जयललिता (पूर्व मुख्यमंत्री) के इलाज और निधन और शशिकला के विधायक दल का नेता चुने जाने में रहस्य है। ये रहस्य हैं और जल्द ही लोगों के सामने आएंगे।

चेन्नई: तमिलनाडु में सत्तारूढ़ अन्नाद्रमुक में आंतरिक कलह के बीच ओ. पन्नीरसेल्वम ने शशिकला के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी। बुधवार को पन्नीरसेल्वम ने कहा कि वह राज्यपाल से मिलकर अपना इस्तीफा वापस लेंगे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी पार्टी को धोखा नहीं दिया। उन्होंने कहा कि बीजेपी के इशारे पर कुछ नहीं कर रहा हूं। उन्होंने कहा कि वह सदन में अपना बहुमत साबित करेंगे। उनका कहना है कि जनता उन्हें पसंद करती है. और उन्होंने दबाव में इस्तीफा दिया था। गौरतलब है कि राज्यपाल ने पन्नीरसेल्वम का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। शशिकला के शपथ ग्रहण पर असमंजस के बीच मंगलवार देर शाम से शुरू हुआ हाई वोल्टेज ड्रामा देर रात तक जारी रहा। ओ. पन्नीरसेल्वम ने अन्नाद्रमुक की महासचिव वीके शशिकला के खिलाफ बगावत कर दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि रविवार को उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था। उन्होंने कहा कि पार्टी कैडर और राज्य के लोगों की मांग पर वह इस्तीफा वापस भी ले सकते हैं। उधर, शशिकला गुट पर पन्नीरसेल्वम द्वारा लगाए आरोपों के बाद शशिकला के आवास पोस गार्डेन पर आपातकालीन बैठक हुई। बैठक के बाद देर रात शशिकला ने पन्नीरसेल्वम को अन्नाद्रमुक के कोषाध्यक्ष पद से हटा दिया। उनके स्थान पर डिंडीगुल श्रीनिवासन को कोषाध्यक्ष बनाए जाने की खबर है।

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