ताज़ा खबरें
महाराष्ट्र के नतीजे पर उद्धव बोले- 'यह सिर्फ एक लहर नहीं, सुनामी थी'
संसद में वायनाड के लोगों की आवाज बनूंगी: चुनाव नतीजे के बाद प्रियंका
झारखंड में 'इंडिया' गठबंधन को मिला बहुमत, जेएमएम ने 34 सीटें जीतीं
पंजाब उपचुनाव: तीन सीटों पर आप और एक पर कांग्रेस ने की जीत दर्ज

नई दिल्ली: जेएनयू छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार पर हैदराबाद में जूता उछाला गया है। तब वह देश में कुछ यूनिवर्सिटियों में सरकार के कदम का विरोध कर रहे थे। जूता उछालने वाले शख्स को आस-पास खड़े लोगों ने पहले पीटा और फिर पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उस शख्स को वहां से लेकर चली गई। इससे पहले 28 वर्षीय कन्हैया कुमार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि दिल्ली की जवाहर लाल यूनिवर्सिटी और हैदराबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में काफी समानता है। यहां के टीचरों और छात्रों को निशाना बनाया जा रहा है। हैदराबाद में एक सेमिनार में बोलते हुए कन्हैया ने कहा कि विश्वविद्यालयों पर हमला काफी गंभीर है। कन्हैया का कहना है कि यह कहना कि छात्र अपना आपा खो रहे हैं, सही नहीं है। ये कैसे संभव है कि एक जैसी घटनाएं आईआईटी चेन्नई, फर्ग्युसन, एफटीआईआई में घट रही हैं। क्यों कैंपर वारजोन बनते जा रहे हैं। आखिर क्यों भीतरी सुरक्षा व्यवस्था को ऐसे करने के लिए आदेश दे रहा है।

हैदराबाद: हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (एचसीयू) के 25 छात्रों और दो संकाय सदस्यों को कुलपति अप्पा राव पोडिले के आवास में तोड़फोड़ करने और पुलिसकर्मियों पर पथराव करने की घटनाओं के सिलसिले में आज गिरफ्तार कर लिया गया। गचीबोअली पुलिस निरीक्षक जे रमेश के मुताबिक सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, अनाधिकार प्रवेश करने, सरकारी अधिकारियों को अपना कर्तव्य निभाने से रोकने और कल की घटना के सिलसिले में आईपीसी की अन्य संबद्ध धाराओं के तहत अब तक दो मामले दर्ज किए गए हैं। रमेश ने बताया कि दोनों घटनाओं के सिलसिले में 27 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें 25 छात्र और दो संकाय सदस्य शामिल हैं। उन्होंने बताया कि सभी आरोपियों को जल्द ही अदालत में पेश किया जाएगा। गौरतलब है कि छात्रों ने कल एचसीयू कुलपति अप्पा राव पोडिले के आधिकारिक आवास में तोड़फोड़ की और पुलिस को छात्रों के एक समूह पर उस वक्त लाठीचार्ज करना पड़ा जब वे लोग उनके ढाई महीने के अवकाश के बाद पदभार फिर से संभालने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे।

हैदराबाद: जेएनयू छात्र संघ के नेता कन्हैया कुमार ने आज (बुधवार) आरोप लगाया कि रोहित वेमुला के आत्महत्या मुद्दे और इसके बाद के घटनाक्रमों से लोगों का ध्यान हटाने के लिए सरकार ने जेएनयू के मुद्दे को हवा दी। विमान से आज दोपहर यहां आने के बाद एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कुमार ने कहा कि संघर्ष तब तक जारी रहेगा जब तक केंद्र सरकार ‘रोहित कानून’ नहीं लाती है। उनके साथ में माकपा के स्थानीय नेता भी थे। उन्होंने कहा, सरकार ने रोहित वेमुला के मुद्दे को दबाने के लिए जेएनयू मुद्दे का इस्तेमाल किया। लेकिन हम सब जानते हैं कि अगर हम अलग भी हों तो जब देश में इंसाफ की बारी आती है तो हम एक हैं। यही कारण है कि जैसे ही मैं जेल से बाहर आया जेएनयूएसयू की ओर से मैंने सोचा कि हैदराबाद जाउंगा। दिल्ली के बाहर मेरी पहली यात्रा हैदराबाद की होगी। उन्होंने कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में वेमुला की मां भगत सिंह की मां की तरह हैं। सामाजिक न्याय के लिए संयुक्त कार्रवाई समिति के आमंत्रण पर कुमार को कैंपस में एक बैठक को संबोधित करना है। एचसीयू के छात्रावास में 17 जनवरी को आत्महत्या करने वाले दलित शोधार्थी वेमुला को इंसाफ के लिए इस संगठन ने आंदोलन किया। कन्हैया ने राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर संवाददाताओं से कहा, आज मैं सबसे पहले रोहित वेमुला की मां राधिका और उसके भाई राजा से मिलूंगा।

हैदराबाद: इस साल जनवरी महीने में दलित छात्र रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद हैदराबाद विश्वविद्यालय में बुधवार को एक बार फिर तनाव का माहौल है और ऐसे में जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष कन्हैया कुमार यहां पहुंच गए हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने यहां पर मीडिया और बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। मंगलवार के बवाल के बाद प्रशासन ने पहले ही क्लासेस सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी हैे। मंगलवार को वीसी को उनके कार्यालय में छह घंटों तक कुछ छात्रों ने बंधक बनाकर रखा था और पुलिस के आने पर पथराव भी किया। इसके बाद पुलिस ने करीब 25 छात्रों को हिरासत में ले लिया गया है। विश्वविद्यालय के कुलपति पी. अप्पा राव के दो महीने की छुट्टी के बाद वापस लौटने का छात्रों ने जमकर विरोध किया। छात्रों ने कुलपति पर शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या का दोषी होने का आरोप लगाते हुए उनके आवास में ही बने दफ्तर में घुसकर तोड़फोड़ की और विश्वविद्यालय के इस शीर्ष अधिकारी को छह घंटों तक वहां बंधक बनाए रखा।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख