हैदराबाद: हैदराबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ ने एक प्रस्ताव पारित कर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अप्पा राव पोडिल के इस्तीफे या उन्हें पद से हटाने की मांग की है। मंगलवार को विश्वविद्यालय की आम सभा की बैठक (यूजीबीएम) में 949 छात्रों ने हिस्सा लिया और छह प्रस्ताव पारित किए। इसमें एक दलित शोधार्थी रोहित वेमुला के लिए शोक प्रस्ताव भी शामिल था। प्रस्तावों को सर्वसम्मति से पारित किया गया। यूजीबीएम विश्वविद्यालय के छात्रों का फैसला करने वाली सर्वोच्च निकाय है। विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष जुहैल केपी ने छात्रों को संबोधित किया और वेमुला की मृत्यु के बाद परिसर में हाल में हुए घटनाक्रमों की उन्हें जानकारी दी। यूजीबीएम में मौजूद सभी छात्रों से राय मांगी गई। विज्ञप्ति में बताया गया कि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर अप्पा राव पोडिले के कुलपति पद से इस्तीफे या उन्हें हटाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव मतदान के जरिए पारित किया गया। इस प्रस्ताव के पक्ष में 948 छात्रों ने मतदान किया जबकि एक छात्र ने इसपर आपत्ति जताई। हैदराबाद विश्वविद्यालय में दलित शोध छात्र की आत्महत्या के मामले पर छिटपुट प्रदर्शन देखने को मिला है। छात्रों ने अप्पा राव को कुलपति के पद से हटाने की मांग की है।
अप्पा राव के खिलाफ इससे पहले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति (अत्याचार रोकथाम अधिनियम) और वेमुला को आत्महत्या के लिए उकसाने का मामला दर्ज किया गया था। छात्र संघ ने 30 मार्च को विश्वविद्यालय से संबंधित मुद्दों के समाधान के लिए राष्ट्रपति से हस्तक्षेप करने और अप्पा राव की बर्खास्तगी सुनिश्चित करने की मांग की थी। इस बीच, यूजीबीएम द्वारा सर्वसम्मति से पारित अन्य प्रस्तावों में विश्वविद्यालय की नाकेबंदी वापस लेने, परिसर के सैन्यीकरण के खिलाफ और उच्च शिक्षण संस्थानों में पूर्वाग्रह और भेदभाव के खिलाफ एक समिति गठित करने की मांग शामिल थी। हैदराबाद उच्च न्यायालय ने कल एचसीयू के रजिस्ट्रार और साइबराबाद पुलिस आयुक्त को किसी भी राजनैतिक दल या संगठन को विश्वविद्यालय के भीतर बैठक करने की अनुमति नहीं देने का निर्देश दिया था। एचसीयू 17 जनवरी को वेमुला के आत्महत्या करने और हाल में कुलपति अप्पा राव पोडिले के काम पर वापस लौटने के बाद से ही विवादों के केंद्र में है।