नई दिल्ली: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केसीआर ने अपनी पार्टी के विधायकों को रिश्वत देने के मामले में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर एक बार फिर निशाना साधा है। उन्होंने गुरुवार मुनुगोड़े में एक प्रेस कांफ्रेंस के दौरान एक के बाद एक कई ऐसे वीडियो पेश किए, जिनके माध्यम से उन्होंने ये दावा किया कि बीजेपी ने कुछ दिन पहले उनके विधायकों को खरीदने की कोशिश की। केसीआर ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम 'रिश्वत देने और विधायकों को खरीदने' की राजनीति को प्रोत्साहित करते हैं। उन्होंने आगे कहा कि यह सुनिश्चित करेंगे कि बुनकर परिवार का एक भी वीडियो बीजेपी को ना जाए।
केसीआर ने आगे कहा कि "पीएम मोदी इससे ज्यादा और क्या चाहते हैं? देश में पीएम से बड़ा और कोई बड़ा पद नहीं है, है कि नहीं? आप इस पर एक बार नहीं बल्कि दो पार रह चुके हैं। फिर भी ऐसा क्यों है। फिर ये दुष्टता और अराजकता क्यों? इससे पहले भी मुख्यमंत्री केसीआर ने अपने विधायकों को खरीदने की कोशिश करने को लेकर बड़ा बयान दिया था।
उन्होंने रविवार को दावा किया था कि उनकी पार्टी के चार विधायकों को दिल्ली के ब्रोकरों ने खरीदने की कोशिश की थी। साथ ही उन्होंने इस दौरान भारतीय जनता पार्टी पर भी जमकर निशाना साधा था। केसीआर ने कहा था कि, ''आज मैं अपने उन्हीं विधायकों के साथ एक मंच पर हूं। इससे इतना तो साफ होता है कि हमे कोई तोड़ नहीं सकता। मैं आपको बता दूं कि दिल्ली के कुछ ब्रोकरों ने तेलंगाना के आत्मसम्मान को चुनौती दी थी। उन्होंने हमारे चार विधायकों को 100 करोड़ रुपये की रिश्वत देने की पेशकश की थी।''
केसीआर ने कहा था कि, ''मैं आज ये इसलिए कह रहा हूं क्योंकि मेरे विधायकों ने इस प्रयास के खिलाफ आवाज उठाई है। मैं आपको साफ कर देना चाहता हूं कि वो सिर्फ तेलंगाना को हड़पना चाहते हैं। मैं किसानों से कह रहा हूं, जब हम वोट करें तो हमें सतर्क और सावधान रहना है। हमें बताना है कि हमें कोई रिश्वत देकर बहला नहीं सकता है।''
केसीआर के आरोपों के बीच कुछ दिन पहले ही बीजेपी ने केसीआर पर हमला बोला था. तेलंगाना में "ऑपरेशन लोटस" के आरोपों को बीजेपी ने उप-चुनाव से जोड़ दिया था। बीजेपी का कहना था कि मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) ने इस महीने की शुरुआत में अपनी पार्टी को राष्ट्रीय राजनीति में लॉन्च किया है। इसके बाद उपचुनाव जीतना उनके लिए जरूरी हो गया था. इसलिए टीआरएस बीजेपी पर ऐसे आरोप लगा रही है। 3 नवंबर को मुनुगोड़े में उपचुनाव के लिए मतदान हुआ है।