हैदराबाद: हैदराबाद पुलिस ने मंगलवार (14 मार्च) को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जो कि कथित तौर पर 9.9 लाख रुपए के जाली नोट बैंक में जमा कराने आया था। 500 और 2000 के इन जाली नोटों पर 'चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया' नाम अंकित था। हैदराबाद में कुशाईगुडा पुलिस ने यूसुफ शाइक नाम के एक व्यक्ति को मौला-अली इलाके से गिरफ्तार किया है। जिसे इलाहाबाद बैंक के एक कर्मचारी ने उस वक्त पकड़ा जब वो 2000 और 500 रुपए के नकली नोटों को बेंक में जमा करने की कोशिश कर रहा था। बीते सप्ताह 'चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया' के नाम वाले 2000 रुपए के नकली नोट दिल्ली और उत्तर प्रदेश के एटीम से निकलने की खबरें आई थीं। पुलिस के अनुसार, यूसुफ शाइक कथित तौर पर राधिका थिएटर के नजदीक एएस राव नगर स्थित इलाहाबाद शाखा मे पहुंचा। बैंक जैसे ही 10:30 बजे सुबह खुला उसने (यूसुफ) तुरंत ही नोटों की कुछ गड्डियां कैशियर को अपने बचत खाते में जमा कराने के लिए दे दीं। पुलिस ने बताया कि इन नोटों में 400 नए नोट 2000 रुपए के थे। जबकि 380 नए नोट 500 रुपए थे, जिनका कुल मूल्य 9.90 लाख रुपए है। पुलिस के मुताबिक, कैशियर ने तुरंत उन नकली नोटों को नहीं पहचाना क्योंकि वे असली नोटों की तरह नज़र आ रहे थे। हालांकि, नोटों को गिनने के दौरान वे उस वक्त आश्चर्य में पड़ गए जब उन्होंने उसपर रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के बदले 'चिल्ड्रेन बैंक ऑफ इंडिया' लिखा देखा।
इसके बाद उसने तुरंत ही लाइन में खड़े बाकी सभी ग्राहको को रुकने के लिए कहा और ब्रांच मैनेजर को इसकी जानकारी दी। मैनेजर ने बाद में संबंधित अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया। कुछ ही मिनटों में पुलिस घटनास्थल पर पहुंच गई और उसने यूसुफ शाइक को हिरासत में ले लिया। पुलिस अधिकारी ने कहा, 'पूछताछ के दौरान यूसुफ ने पुलिस को बताया कि वह मलकाजगिरी इलाक में एक छोटी-सी स्टेशनरी की दुकान चलाता है। कुछ ग्राहकों से उसे (यूसुफ को) ये नकली नोट मिले थे। हालांकि हमे आशंका है कि इसके पीछे बड़ा जाल हो सकता है। तफ्तीश जारी है।'