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हैदराबाद: उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने वाले चुनावों से पहले ‘महागठबंधन’ के गठन की अटकलों के बीच एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ने वाले दलों को सत्ता विरोधी लहर और अन्य चीजों का सामना करना पड़ सकता है। गौरतलब है कि ओवैसी की पार्टी ने पहले ही इस बात के संकेत दे दिये थे कि वह उत्तर प्रदेश चुनावों में अपना प्रभाव छोड़कर राज्य की राजनीति में अपना दबदबा मजबूत करना चाहती है। मुलायम सिंह यादव परिवार की आंतरिक कलह की ओर इशारा करते हुए ओवैसी ने कहा, ‘चाचा (सपा की उत्तर प्रदेश इकाई के प्रमुख शिवपाल यादव) और उनके भतीजे (मुख्यमंत्री अखिलेश यादव) दिल और दिमाग से एक-दूसरे के साथ नहीं हैं।’ हैदराबाद से लोकसभा के सदस्य ने कहा कि दूसरी बात यह है कि सांप्रदायिक दंगों को नहीं रोक पाने, अपने वादों को पूरा नहीं कर पाने और केवल यादव परिवार के लिए काम करने जैसे विभिन्न कारणों से राज्य में समाजवादी पार्टी को लेकर सत्ता विरोधी लहर है। ओवैसी ने पीटीआई को बताया, ‘इसलिए जो भी महागठबंधन (जो पार्टियां समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ती हैं) बनता है, उसे समाजवादी पार्टी के खिलाफ जो सत्ता विरोधी लहर है, उसका सामना करना पड़ेगा।

इससे भी बड़ी बात यह है कि चाचा और भतीजे के बीच कलह है और वे सार्वजनिक स्थान पर एक-दूसरे के साथ हाथापाई कर रहे हैं।’

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