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चंडीगढ़: आम आदमी पार्टी के मंत्रियों और विधायकों ने गुरुवार को विशेष विधानसभा सत्र को रद्द करने के विरोध में विधानसभा से राजभवन तक शांति मार्च निकाला। आप विधायकों ने लोकतंत्र के हत्यारे, कांग्रेस-बीजेपी कर रही लोकतंत्र की हत्या, ऑपरेशन लोट्स बंद करो जैसे बैनर हाथ में लेकर जमकर नारेबाजी की।

विधायकों ने आरोप लगाया कि भाजपा कांग्रेस के साथ मिलकर आप सरकार को रोकने की कोशिश कर रही है। उन्होंने राज्यपाल द्वारा सत्र को रद्द करने के फैसले को लोकतंत्र का मजाक करार दिया और कहा कि केंद्र के इशारे पर राज्यपाल ने अपने फैसले को बदला है। विधायकों ने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के नेतृत्व वाली आप सरकार के असाधारण कामकाज से कांग्रेस और शिअद-भाजपा समेत विपक्षी दल बौखला गए हैं और लोकतंत्र को कमजोर करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं लेकिन उनके इस एजेंडे को आप के ईमानदार सिपाही कभी सफल नही होने देंगे। उन्होंने कांग्रेस पर भाजपा की बी-टीम होने और भगवा के लिए काम करने का आरोप लगाया।

चंडीगढ़: पंजाब के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने विश्वास प्रस्ताव पेश करने के लिए विधानसभा का विशेष सत्र आहूत करने की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार की योजना को बुधवार को विफल कर दिया। मान सरकार आज 'ऑपरेशन लॉटस' को लेकर पीस मार्च करेगी। 92 विधायक आज विधानसभा से लेकर राजभवन तक मार्च करेंगे।

केजरीवाल ने ट्वीट कर लिखा, राज्यपाल कैबिनेट द्वारा बुलाए सत्र को कैसे मना कर सकते हैं? फिर तो जनतंत्र खत्म है। दो दिन पहले राज्यपाल ने सत्र की इजाज़त दी। जब ऑपरेशन लोटस फ़ेल होता लगा और संख्या पूरी नहीं हुई तो ऊपर से फ़ोन आया कि इजाज़त वापिस ले लो, आज देश में एक तरफ़ संविधान है और दूसरी तरफ़ ऑपरेशन लोटस।

राज्यपाल के इस कदम की आलोचना करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ट्वीट किया, राज्यपाल द्वारा विधानसभा ना चलने देना देश के लोकतंत्र पर बड़े सवाल पैदा करता है... अब लोकतंत्र को करोड़ों लोगों द्वारा चुने हुए जनप्रतिनिधि चलाएंगे या केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त किया हुआ एक व्यक्ति...।

चंडीगढ़ः पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने गुरुवार को अपने विधायकों की बैठक बुलाई है। दरअसल, सीएम मान ने ये बैठक राज्यपाल के उस फैसले के बाद बुलाई है, जिसमे उन्होंने विश्वास मत साबित करने के लिए विशेष सत्र बुलाने के राज्य सरकार के फैसले को गलत बताया है और अपना आदेश वापस ले लिया है। राज्‍य में सत्‍तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार ने कल विश्वास मत लेने के लिए विशेष सत्र बुलाया था। जानकारी के अनुसार, कानूनी सलाह के बाद राज्यपाल ने यह फैसला किया है।

दरअसल, केवल विश्वास मत लेने के लिए सत्र बुलाने का प्रावधान नहीं है। बीजेपी पर विधायकों की खरीद का आरोप लगाते हुए पंजाब की भगवंत मान सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था, वह विश्वास मत लेना चाहती थी। दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्‍व वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने भी ऐसा ही किया था।

राज्‍यपाल के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है।

चंडीगढ़: पंजाब के राज्यपाल ने पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र बुलाने का आदेश वापस ले लिया है। राज्‍य में सत्‍तारूढ़ आम आदमी पार्टी सरकार ने कल विश्वास मत लेने के लिए विशेष सत्र बुलाया था। जानकारी के अनुसार, कानूनी सलाह के बाद राज्यपाल ने यह फैसला किया है। दरअसल, केवल विश्वास मत लेने के लिए सत्र बुलाने का प्रावधान नहीं है। बीजेपी पर विधायकों की खरीद का आरोप लगाते हुए पंजाब की भगवंत मान सरकार ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया था, वह विश्वास मत लेना चाहती थी। दिल्‍ली में अरविंद केजरीवाल के नेतृत्‍व वाली आम आदमी पार्टी सरकार ने भी ऐसा ही किया था।

राज्‍यपाल के इस फैसले पर आम आदमी पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्‍होंने एक ट्वीट किया, "राज्यपाल कैबिनेट द्वारा बुलाए सत्र को कैसे मना कर सकते हैं? फिर तो जनतंत्र खत्‍म है. दो दिन पहले राज्यपाल ने सत्र की इजाज़त दी, जब ऑपरेशन लोटस फ़ेल होता लगा और संख्या पूरी नहीं हुई तो ऊपर से फ़ोन आया कि इजाज़त वापिस ले लो। आज देश में एक तरफ़ संविधान है और दूसरी तरफ़ ऑपरेशन लोटस।"

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