कोलकाता: बीरभूम में हिंसा भड़कने के बाद 8 लोगों को जलाकर मौत के घाट उतार दिया गया। अब ये मामला कलकत्ता हाई कोर्ट में पहुंच चुका है। जहां इस मामले पर दोपहर 2 बजे सुनवाई होगी। पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले के रामपुरहाट में हुई हिंसा की घटना में कलकत्ता उच्च न्यायालय ने आज स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया।
पश्चिम बंगाल में टीएमसी नेता की हत्या के बाद भड़की हिंसा में आठ लोगों की मौत हो चुकी है। जिसके बाद इस मामले में गृह मंत्रालय ने रिपोर्ट तलब की है। पश्चिम बंगाल के बीरभूम के रामपुरहाट इलाके में मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के नेता बहादुर शेख की हत्या के बाद भीड़ ने कई घरों में आग लगा दी। जिसमें आठ लोगों की मौत हो गई। भारतीय जनता पार्टी ने बीरभूम की घटना को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से इस्तीफा की मांग कर डाली है।
इस बीच, पश्चिम बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) मनोज मालवीय ने बताया कि मामले में अब तक 11 गिरफ्तारियां की जा चुकी हैं।
इससे पहले आज, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को 3 पन्नों के पत्र में कहा कि इस हिंसा के पीछे एक राजनीतिक साजिश थी। "यह जघन्य अपराध के दोषियों को बचाने के लिए एक चाल है।