नई दिल्ली: मशहूर फिल्म एक्टर और राजनेता शत्रुघ्न सिन्हा, तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के साथ नई पारी की शुरुआत कर रहे हैं। टीएमसी ने उन्हें आसनसोल लोकसभा सीट से प्रत्याशी बनाया है। एनडीटीवी से बातचीत में शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा है कि पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के आमंत्रण पर मैं तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी)में शामिल हुआ हूं। भाजपा से आप कांग्रेस में आए, कांग्रेस में आए भी और गए भी... इतनी जल्द क्यों...इस सवाल के जवाब में सिन्हा ने कहा कि देश की बहुचर्चित और लोकप्रिय महिला नेता ममता बनर्जी के आमंत्रण पर मैं टीएमसी में शामिल हुआ हूं। उनके नेतृत्व में कैसे हम प्रतिपक्ष की आवाज मजबूत कर सकें, इस पर हमें काम करना है। तृणमूल कांग्रेस में जो पूल ऑफ टैलेंट में रहकर हम कैसे विपक्ष की आवाज को और मजबूत कर सकें, इसलिए मैं इस दिशा में आया हूं। उन्होंने कहा कि मैं नई दिशा में जरूर आया लेकिन सही दिशा में आया हूं।
शत्रुघ्न ने कहा, 'मैं पश्चिम बंगाल और आसनसोल से ममता बनर्जी की उम्मीदों पर खरा उतरने की पूरी कोशिश करूंगा।'
कांग्रेस पार्टी से जल्द ही मोहभंग होने संबंधी सवाल पर उन्होंने कहा कि जहां तक कांग्रेस की बात है तो इस मुद्दे पर रोशन डालने पर आप जोर न डाले तो मैं आपका अहसानमंद रहूंगा। उन्होंने कहा, 'मैं किसी की शिकायत नहीं कर रहा, क्या हुआ...क्या नहीं, मेरे साथ क्या क्या नहीं हुआ इस बारे में न पूछें तो अहसानमंद रहूंगा क्योंकि मेरा ध्यान अभी चुनाव पर हैं।' यह पूछने पर कि कांग्रेस विपक्ष का रोल नहीं निभा पा रही, शत्रु ने कहा-जो रोल अदा नहीं कर पा रहे, उन्हें आज या कल यह रोल अदा करना ही होगा। आपने देखा होगा कि अभी उन्होंने देखा है कि ममता बनर्जी ने कैसे अपने बंगाल को नई रोशनी प्रदान की। ममता ने ईवीएम के सलेक्टिव यूज और धनशक्ति के उपयोग के बावजूद बंगाल में कैसे 'खेला' कर दिया, यह अपने आप में अद्भुत है। वे रोलमॉडल बनकर सामने आई हैं।
बहुत लोगों का मानना है जहां-जहां डबल इंजन की सरकार रही है या सिंगल इंजन भी रही है, वहां सिलेक्टिव यूज जगह-जगह पर कुछ लोगों के लिए और कुछ मामले में अपने लोगों के किया है ताकि लगे सही हुआ है। इस तरह से चुनाव में जो हुआ इस बार अखिलेश यादव के खिलाफ ही नहीं बल्कि पूरी जगह सिवाय पंजाब के। पंजाब में यह नहीं कर सकते थे क्योंकि वहां इनकी सरकार नहीं थी। बाकी जहां जहां डबल या सिंगल इंजन थी, करके दिखा दिया। उन्होंने विपक्ष की एकजुटता पर भी जोर दिया। उन्होंने कहा कि आपने देखा कि यूपी में कितनी सारी पार्टियां यूपी में लड़ रही थीं। मैं समझता हूं जो अभी हुआ है, वह एक सबक है। यह समझना है कि एकता ही गुण है। क्या ममता विपक्ष का चेहरा बन सकती हैं, इस सवाल पर शत्रुध्न ने कहा कि वे विकल्प का चेहरा बनकर तैयार हुई हैं। लोग उनकी ओर उम्मीद से देख रहे हैं। वे एक सम्माननीय चेहरा हैं, इसमें कोई राय नहीं।