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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पीएम नरेंद्र मोदी के इस दावे को सिरे से खारिज किया है कि चार राज्‍यों के विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की जीत वर्ष 2004 के लोकसभा चुनाव के लिए देश के मूड को दर्शाती है। तृणमूल कांग्रेस प्रमुख प्रमुख ने कहा, 'भाजपा को दिन में सपने देखना बंद कर देना चाहिए।' इसके साथ ही ममता बनर्जी ने यूपी सहित विभिन्‍न्‍न राज्‍यों के विधानसभा चुनाव में भाजपा को मिली प्रभावी जीत पर संदेह जताया है।

ममता ने कहा कि यह लोकप्रिय जनादेश नहीं बल्कि 'इलेक्‍शन मशीनरी और केंद्रीय बलों और केंद्रीय एजेंसियों' की मदद से हासिल की गई जीत है। कोलकाता में न्‍यूज ब्रीफिंग के दौरान ममता ने कहा, 'इलेक्‍शन मशीनरी और केंद्रीय बलों व एजेंसियों का उपयोग करके वे जीते हैं और अब के कूदते फिर रहे हैं। वे नगाड़ा/ढोलक बजा रहे हैं, लेकिन संगीत नहीं बना सकते। इसके लिए हारमोनियम की जरूरत होती है।'

तृणमूल सुप्रीमो ने कहा, 'आप कहेंगे भाजपा ने यूपी में जीत हासिल की है, लेकिन आप सही से गणना करेंगे तो अखिलेश (यादव) का वोट प्रतिशत बढ़ा है।

उन्होंने कहा, अखिलेश की सीटों में इजाफा हुआ है और भाजपा की सीटें घटी हैं। ईवीएम को लेकर शिकायतें थी। एक एडीएम (वाराणसी के एडिशनल डिस्ट्रिक्‍ट मजिस्‍ट्रेट) को सस्‍पेंड किया गया है। अखिलेश यादव को हराया गया है। अखिलेश को निराश नहीं होना चाहिए, उन्‍हें लोगों के बीच जाना चाहिए और ईवीएम की फोरेंसिक स्‍डटी की मांग करनी चाहिए। उन्‍होंने लोकप्रिय जनादेश नहीं बल्कि मशीनरी जनादेश हासिल किया है।''

गौरतलब है कि यूपी विधानसभा की 403 सीटों में से भाजपा ने 273 में जीत हासिल की है। समाजवादी पार्टी में खाते में 125 सीटें आई हैं। इसके मायने यह कि बीजेपी ने सपा के दोगुने से ज्‍यादा सीटों पर जीत हासिल की है। चुनाव में सबसे बुरी हालत कांग्रेस और बहुजन समाज पार्टी की हुई है। प्रियंका गांधी वाड्रा की अगुवाई में चुनाव में उतरी कांग्रेस को केवल दो सीटें ही नसीब हुई हैं, जबकि मायावती की बीएसपी को तो केवल एक ही सीट हासिल कर पाई है। अन्‍य के खाते में दो सीटें आई हैं।

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