कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को कहा कि चक्रवात अम्फान के कारण राज्य में कम से कम 72 लोगों की मौत हो गई है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रभावित जिलों का दौरा करने और तबाह हो गए इलाकों के पुनर्निर्माण के लिए सहायता देने का आग्रह किया। ममता ने प्रत्येक मृतक के परिवार के सदस्यों के लिए दो से ढाई लाख रुपये के मुआवजे की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि अब तक हमें मिली रिपोर्ट के अनुसार राज्य में चक्रवात अम्फान के कारण 72 लोगों की मौत हो गई है। दो जिले- उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना पूरी तरह से तबाह हो गए हैं। हमें उन जिलों का फिर से पुनर्निमाण करना होगा। मैं केंद्र सरकार से राज्य को हरसंभव मदद देने का आग्रह करूंगी।
ममता ने अधिकारियों के साथ एक समीक्षा बैठक के बाद कहा कि मैं बहुत जल्द प्रभावित इलाकों का दौरा करूंगी। स्थिति बहाल करने के लिए काम जल्द ही शुरू होंगे। उत्तरी और दक्षिणी 24 परगना और कोलकाता का एक बड़ा हिस्सा कल शाम से ही बड़े स्तर पर बिजली कटौती का सामना कर रहा है। यहां तक कि टेलीफोन और मोबाइल कनेक्शन भी प्रभावित हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने अपने जीवन में कभी भी इतना भयंकर चक्रवात और विनाश नहीं देखा है। मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करूंगी कि वह आएं और चक्रवात अम्फान से प्रभावित इलाकों का दौरा करें।
एनडीआरएफ की चार और टीमें कोलकाता भेजी जा रही हैं: प्रधान
वहीं, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) प्रमुख एस एन प्रधान ने गुरुवार को कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार के अनुरोध पर बल की चार अतिरिक्त टीमें कोलकाता भेजी जा रही हैं। वे वायुसेना के विमान से देर शाम तक वहां पहुंच जाएंगी। प्रधान ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चक्रवात अम्फान के चलते हुए नुकसान के मद्देनजर चेन्नई और पुणे से बल की दो-दो टीमें विमान से कोलकाता भेजी जा रही हैं।
उन्होंने कहा कि इन दोनों टीमों के शाम साढ़े चार बजे रवाना होने और रात करीब साढ़े आठ बजे कोलकाता पहुंचने का कार्यक्रम है। प्रधान ने कहा कि चक्रवात का सामना कर रहे राज्यों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ऐसा लगता है कि ओडिशा के प्रभावित क्षेत्रों में सामान्य स्थिति की ओर जनजीवन के लौटने में 24-48 घंटे लगेंगे, जबकि पश्चिम बंगाल को कहीं अधिक नुकसान पहुंचा है। उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में सर्वेक्षण किए जाने पर ही चक्रवात से हुए नुकसान का आकलन हो पाएगा।