नई दिल्ली: देश में 5 अप्रैल को रात 9 बजे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दीया या मोबाइल की फ्लैश लाइट जलाने की अपील पर अब नए सिरे से राजनीति शुरू हो गई है। इस मामले पर अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों की तरफ से प्रतिक्रियाएं आने शुरू हो गई हैं। इस कड़ी में अब पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भी शामिल हो गई हैं। सीएम ममता ने इस मामले पर कहा है कि वो प्रधानमंत्री मोदी के मामलों में नहीं पड़ना चाहती हैं। उन्होंने कहा, 'अभी मैं राजनीति करूं या फिर कोरोना वायरस महामारी को रोकूं'।
सीएम ममता बनर्जी ने आगे कहा, "क्यों आप एक राजनीतिक जंग की शुरुआत करवाना चाहते हैं?" इस मामले पर अपनी राय रखते हुए ममता बनर्जी ने कहा, "जिसे भी प्रधानमंत्री मोदी की बात सही लगती है वो उनकी बात मानें। अगर मुझे सोना होगा तो मैं सोऊंगी। यह मामला पूरी तरह से निजी है।" दरअसल शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अप्रैल की रात को नौ बजे लोगों से घर की लाइटें बंद कर घर के दरवाजे या बालकनी में नौ मिनट के लिए एक दीया जलाने की अपील की थी।
ऐसे में अब इसे लेकर पक्ष और विपक्ष के नेताओं की तरफ से बयान आने लगे हैं। इससे पहले पीएम मोदी की अपील पर जनता कर्फ्यू के दिन शाम को पांच बजे लोगों ने पांच मिनट तक थाली या घंटी बजाई थी। उस समय भी प्रधानमंत्री की इस अपील पर लोगों और नेताओं ने अपनी राय रखी थी।
बता दें कि भारत में अब तक कोरोना वायरस महामारी से 68 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, इस वायरस से देश भर में 2,902 लोग संक्रमित हैं। ऐसे में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार की तरफ से देशभर में 21 दिनों का लॉकडाउन किया गया है। जनता कर्फ्यू के बाद यह प्रधानमंत्री की देश के लोगों से इस तरह की दूसरी अपील है