कोलकाता: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोविड-19 से लड़ाई में सहयोग हेतु मंगलवार को प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष और राज्य आपातकालीन राहत कोष में पांच-पांच लाख रुपये दान किया। बनर्जी ने ट्विटर पर कहा कि यह योगदान उनकी व्यक्तिगत बचत से किया गया है। उन्होंने ट्वीट किया, मैं एक विधायक या मुख्यमंत्री के रूप में कोई वेतन नहीं लेती हूं और सात बार सांसद होने के बावजूद मैंने अपनी सांसद पेंशन को छोड़ दिया है। मैं सीमित साधनों में जीती हूं। मेरी आय का प्राथमिक स्रोत मेरे संगीत और पुस्तकों से मिलने वाली रॉयल्टी है।”
उन्होंने एक अन्य ट्वीट में लिखा, ''मेरे सीमित संसाधनों में से मैं प्रधान मंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में पांच लाख रुपये और पश्चिम बंगाल राज्य आपातकालीन राहत कोष में पांच लाख रुपये का योगदान दे रही हूं, ताकि कोविड-19 से लड़ने में हमारे देश के प्रयासों का समर्थन किया जा सके। पश्चिम बंगाल में अब तक कोविड-19 के 27 मामले दर्ज किए गए हैं। उनमें से तीन व्यक्तियों ने गंभीर सांस की बीमारी के कारण दम तोड़ दिया।
पीएम मोदी की मां ने दिए 25 हजार रुपये
कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण से पूरी दुनिया परेशान है। भारत में भी पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर कोरोना राहत के लिए बनाए गए पीए केयर्स में लोग लगातार दान कर रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी की मां हीराबेन ने भी अपने निजी खाते से 25 हजार रुपए इस फंड में दान दिए हैं।
कोरोना के खिलाफ जंग में इससे पहले कई औद्यौगिक घराने भी कूद पड़े हैं। पीएम-केयर्स फंड में टाटा और अडाणी समूह द्वारा दान में दी गई बड़ी रकम के बाद अब भारती एंटरप्राइजेज ने भी 100 करोड़ रुपये का दान दिया। वहीं आज ही जिंदल पावर एंड स्टील ने पीएम केयर फंड में 25 करोड़ रुपये का योगदान दिया है। भारती एंटरप्राइजेज ने मंगलवार को कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ भारत की लड़ाई में साथ देने के लिए 100 करोड़ रुपये से अधिक के सहयोग का वादा किया। कंपनी ने एक बयान में कहा कि इस धनराशि के एक बड़े हिस्से को तुरंत पीएम-केयर्स कोष में जमा किया जाएगा।