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कोलकाता: कोरोना वायरस के प्रकोप को रोकने के लिए मोदी सरकार ने पूरे भारत में लॉकडाउन का एलान कर दिया। लॉकडाउन से संभवत: खतरनाक कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में देश को जीत मिलेगी, मगर इसकी वजह से कुछ लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा और वह फंस गए हैं। लॉकडाउन की वजह से हजारों लोग जहां-तहां फंसे हुए हैं और वह अपने घर जाने के लिए भटक रहे हैं। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने लॉकडाउन में फंसे बंगालियों के लिए चिंता जाहिर की है और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए देश के 18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा है।

ममता बनर्जी ने अपने पत्र में राज्यों के मुख्यमंत्रियों से लॉकडाउन में फंसे बंगालियों की देखरेख करने, खाने-पीने की व्यवस्था करने और छत मुहैया कराने की अपील की है। उन्होंने यह भी कहा है कि बंगाल में जो भी उन राज्यों के लोग फंसे हैं, पश्चिम बंगाल सरकार उनकी देखभाल करेगी। 18 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के नाम अपने पत्र में ममता बनर्जी ने कहा है कि बंगाल के कामकाजी लोग देश के अलग-अलग हिस्सों में हैं।

लॉकडाउन की वजह से वह अपने घर वापस नहीं आ सके और अलग-अलग जगहों पर फंस गए हैं। हमें ऐसी सूचनाएं मिली हैं कि बंगाल के रहने वाले कई वर्कर्स आपके राज्यों में भी फंस गए हैं। वे 50 से 100 के समूह में हैं और स्थानीय प्रशासन द्वारा आसानी से चिन्हित किए जा सकते हैं।

उन्होंने आगे कहा कि लॉकडाउन की वजह से उनकी मदद के लिए हमारा पहुंच पाना संभव नहीं है। इसलिए मैं आपसे अनुरोध करती हूं कि अपने प्रशासन को इस संकट की घड़ी में ऐसे लोगों को खाना, बेसिक छत और मेडिकल सुविधा मुहैया कराने को कहैं। ममता बनर्जी ने अपने पत्र में आगे लिखा है कि मैं भी बंगाल में फंसे आपके लोगों की देखभाल कर रही हूं और उन्हें बुनियादी जरूरतें मुहैया करा रही हूं।

कौन-कौन हैं ये राज्य:

तमिलनाडु, ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, महाराष्ट्र, केरल, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, दिल्ली, झारखंड, राजस्थान, बिहार, गोवा, गुजरात, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, उत्तर प्रदेश।

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