श्यामपुर (पश्चिम बंगाल): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर ‘झूठ का सहारा लेने और लोगों को झांसा देने’ का आरोप लगाते हुए कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि उन लोगों ने लाखों नौकरियों का वादा किया था लेकिन ‘एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला।’ राहुल गांधी ने कहा, ‘ममता जी और मोदी जी झूठे वायदे कर रहे हैं। ममता जी ने 70 लाख लोगों को रोजगार देने की बात की थी जबकि मोदी जी ने कहा था कि उनकी सरकार दो करोड़ लोगों को रोजगार देगी। लेकिन एक भी व्यक्ति को रोजगार नहीं मिला है।’ उन्होंने यहां एक चुनावी सभा में माकपा नेताओं के साथ मंच साझा करते हुए आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में बंगाल ‘कब्रिस्तान’ में तब्दील हो गया है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे को लेकर भी ममता सरकार पर निशाना साधा। राहुल गांधी ने कहा कि सारदा और नारद घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गयी। कोलकाता में हाल ही में एक फ्लाईओवर के ध्वस्त जाने की घटना का जिक्र करते हुए राहुल ने दावा किया कि तृणमूल कांग्रेस सरकार ने अपनी पार्टी के व्यक्ति को सामग्री की आपूर्ति का ठेका दिया था, जिसने घटिया सामग्री की आपूर्ति की।
उन्होंने ममता और मोदी पर ‘बेरोजगारी तथा भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई के बारे में झूठ बोलने का’ आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मोदी ने काला धन वापस लाने और भ्रष्टाचार से मुकाबला करने का वादा किया था लेकिन कुछ नहीं किया गया है। राहुल ने कहा, ‘मोदी सरकार कालेधन को सफेद करने के लिए कानून लाई, जिसे मैं ‘फेयर एंड लवली स्कीम’ कहता हूं।’ उन्होंने कहा, ‘बंगाल में पहले काफी उद्योग होते थे। लेकिन अब तृणमूल कांग्रेस के शासनकाल में, बंगाल कब्रिस्तान में बदल गया है। बंगाल में सिर्फ सिंडिकेट का उद्योग फलफूल रहा है।’ पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में कांग्रेस.वाम गठबंधन के लिए समर्थन की मांग करते हुए राहुल ने कहा कि अगर गठबंधन की सरकार बनती है तो उसका पहला काम रोजगार मुहैया कराना, सिंडिकेट और भ्रष्टाचार को रोकना तथा सारदा और नारद घोटाले में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई होगा।’ उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस-माकपा के पक्ष में मतदान कीजिए, कांग्रेस-वाम गठबंधन के पक्ष मे मतदान कीजिए और ममता सरकार को हराइए ताकि विकास का दौर शुरू हो सके।’ माकपा की केंद्रीय समिति के सदस्य दीपक दासगुप्ता सभा में राहुल के साथ मौजूद थे। राहुल ने कहा, ‘ममता बनर्जी ने परिवर्तन का आह्वान किया था। लेकिन पांच साल बाद कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। इसके पहले जूट उद्योग होता था जिसमें लाखों लोग काम करते थे। हावड़ा में ईंट के भट्टे होते थे। लेकिन अब सबकुछ समाप्त हो गया है। पहले बंगाल को पूर्व का शेफील्ड कहा जाता है। लेकिन अब इसे पूर्व का कब्रिस्तान कहा जाता है।’