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कोलकाता: भारत के 25 सबसे गंदे शहरों में से उन्नीस पश्चिम बंगाल से हैं। वहीं गुजरात का भद्रेश्वर 500 शहरों की सूची में निचले पायदान पर है. केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय द्वारा राष्ट्रव्यापी स्वच्छता सर्वेक्षण के अनुसार देश के 10 सबसे गंदे नगरपालिका क्षेत्रों में से सात पश्चिम बंगाल के हैं। इनमें उत्तर प्रदेश, बिहार और उड़ीसा के नगरपालिका क्षेत्र भी शामिल हैं। बता दें कि पिछले साल यूपी का गोंडा 434 रैंक के साथ सबसे गंदा नगरपालिका क्षेत्र था। इस साल गोंडा ने 1 लाख से ज्यादा आबादी वाले नगरपालिका क्षेत्रों में 228वीं रैंक हासिल की है।

पश्चिम बंगाल ने इस साल पहली बार स्वच्छ सर्वेक्षण में हिस्सा लिया है। सर्वेक्षण में पाया गया कि बंगाल के दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी, सेरामपुर, मध्यमग्राम, उत्तरी बैरकपुर, बांकुरा जैसे शहर कचरे के संग्रह, खुले शौचालय के चलते निचले पायदान पर हैं। देश भर के 4203 नगरपालिका क्षेत्रों में यह सर्वे हुआ था। इस रिपोर्ट को शनिवार को पीएम मोदी ने जारी किया। इसके अलावा देश के सबसे गंदे चार राज्यों में पश्चिम बंगाल, नगालैंड, पुडुचेरी और त्रिपुरा शामिल हैं। इंदौर को देश के सबसे स्वच्छ शहर के रूप में पुरस्कृत किया गया।

इस श्रेणी में दूसरे और तीसरे स्थान के लिए क्रमश: भोपाल और चंडीगढ़ ने पुरस्कार जीता। स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में झारखंड सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले राज्यों की श्रेणी में अव्वल रहा। इस श्रेणी में महाराष्ट्र एवं छत्तीसगढ़ क्रमश: दूसरे और तीसरे पायदान पर रहे। पीएम मोदी ने शनिवार को स्वच्छ सर्वेक्षण-2018 में अलग-अलग श्रेणियों के विजेता शहरों को इंदौर में पुरस्कृत किया।

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