ताज़ा खबरें
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

कोलकाता: भाजपा को रोकने के लिए माकपा तृणमूल कांग्रेस से किसी प्रकार का समझौता नहीं कर सकती। एक बार फिर माकपा के महासचिव सीताराम येचुरी ने यह साफ कर दिया। सीताराम येचुरी ने कहा है कि देश में भाजपा को रोकने के लिए विपक्ष की एकता के नाम पर पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस से हाथ मिलाने का सवाल ही नहीं उठता है। आरोप के अनुसार भाजपा के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश में और ममता बनर्जी की अगुवाईवाली तृणमूल कांग्रेस सरकार पश्चिम बंगाल में समान रूप से लोकतंत्र की हत्या कर रही हैं।

माकपा के वरिष्ठ नेता ने दावा किया है कि माकपा अगले साल लोकसभा चुनाव में ममता और मोदी नेतृत्ववाले दोनों दलों को हरायेगी, जबकि केरल में माकपा कांग्रेस को मात देगी। माकपा की इस रणनीति से भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए विपक्षी दलों की एकजुटता को झटका लगने और माकपा के अलग-थलग पड़ने के सवाल पर येचुरी ने कहा, अतीत में भी भाजपा को रोकने के लिए अब तक बने सभी मोर्चे चुनाव के बाद गठित हुए। हाल ही में कर्नाटक में भी चुनाव परिणाम आने के बाद ही यह गठजोड़ बना।

उन्होंने स्पष्ट किया कि देशव्यापी स्तर पर किसी मोर्चे की बात करना व्यर्थ है, क्योंकि राज्यों में क्षेत्रीय दलों के लिए भिन्न-भिन्न परिस्थतियां हैं, इसलिये पूरे देश के लिए एक मोर्चा बनाने की राजनीति नहीं चल सकती है। भाजपा को हराने के लिए गठजोड़ के भविष्य के सवाल पर येचुरी ने कहा उन्हें पूरा विश्वास है कि चुनाव के बाद यह गठजोड़ बनेगा और सत्ता में आने से भाजपा को रोक कर सरकार बनायेगा। इस कवायद में ममता बनर्जी की भूमिका के सवाल पर उन्होंने कहा माकपा का नारा पूरी तरह से स्पष्ट है कि 'भाजपा हटाओ देश बचाओ, तृणमूल हटाओ बंगाल बचाओ'।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख