कोलकाता: पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में हो रही वोटिंग में सोमवार को राज्य के अलग अलग हिस्सों से बड़ी संख्या में हिंसा की खबरें आईं हैं। इस हिंसा में अब तक 4 लोगों की मौत की खबरें आ रही हैं। शांतिपुर हिंसा में 1 व्यक्ति की मौत हुई। 24 परगना कुलटोली में एक टीएमसी कार्यकर्ता की मौत हो गई। वहीं नॉर्थ 24 परगना के अमडंगा में सीपीएम कार्यकर्ता की हत्या हुई। मुर्शिदाबाद में एक भाजपा कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई।
पश्चिम बंगाल पंचायत चुनाव में सोमवार सुबह नौ बजे तक 11 फीसदी मतदान हुआ। लेकिन राज्य के कई हिस्सों में हिंसा की घटनाओं में कई लोग घायल हो गए हैं। दक्षिण 24 परगना जिले के कुलताली क्षेत्र में एक टीएमसी कार्यकर्ता आरिफ गाजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
उधर, राज्य निर्वाचन आयोग के अधिकारियों ने बताया कि दक्षिण दिनाजपुर जिले के तपन इलाके में एक मतदान केंद्र के बाहर बम फेंका गया जिसमें एक व्यक्ति की मौत और तीन अन्य के घायल होने की खबर है। पुलिस ने अभी तक व्यक्ति की मौत की पुष्टि नहीं की है। अधिकारी ने कहा, ‘हमें एक रिपोर्ट मिली है कि चार लोग घायल हो गए। उनमें से एक की मौत हो गई है। हालांकि जिला पुलिस अधीक्षक ने अभी तक मौत की पुष्टि नहीं की है।’
इस चुनावी हिंसा की चपेट में चुनाव कवर कर रहे स्थानीय पत्रकार भी आ गए। करीब पांच पत्रकार पंचायत चुनाव के दौरान हो रही वोटिंग में घायल हुए। अधिकारी ने बताया कि सुबह नौ बजे तक 11.93 फीसदी मतदान दर्ज किया गया। उन्होंने बताया कि मतदान शुरू होने के तीन घंटे से भी कम समय में राज्य निर्वाचन आयोग को कई जिलों से हिंसा की शिकायतें मिलने लगी। आयोग ने पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा है। उन्होंने बताया कि उत्तर 24 परगना, बर्द्धवान, कूचबिहार और दक्षिण 24 परगना जिलों से हिंसा की रिपोर्टें मिली हैं।
कूचबिहार जिले में उत्तर बंगाल विकास मंत्री रबींद्रनाथ घोष ने एक मतदान केंद्र के बाहर एक व्यक्ति को कथित तौर पर चांटा मारा। आयोग ने कहा कि उसे शिकायत मिली है और अधिकारियों से कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। टेलीविजन चैनलों ने दिखाया कि मंत्री ने व्यक्ति को कथित तौर पर थप्पड़ मारा। हालांकि घोष ने दावा किया कि उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया।
सूत्रों ने बताया कि उत्तर बंगाल में कूचबिहार जिले के दिनहाटा इलाके में एक मतदान केंद्र के बाहर दो समूहों के बीच झड़पों में मतदाताओं समेत कम से कम 15 लोग घायल हो गए। मतदाताओं ने बाद में पुलिस में शिकायत दर्ज करायी। उत्तर 24 परगना में भाजपा ने सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर जिले के कई हिस्सों खासतौर से अमदंगा इलाके में भय का माहौल पैदा करने का आरोप लगाया।
आयोग के सूत्रों ने बताया कि अम्दांगा में दो समूहों के बीच हुई झड़पों में कुछ लोग घायल हो गए। वरिष्ठ मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा कि घटना में तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता शामिल नहीं है और उन्होंने भाजपा पर मतदाताओं को डराने का आरोप लगाया। बर्द्धवान जिले में विपक्षी दल माकपा और भाजपा ने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस मतदाताओं को डरा रही है और मतदान केंद्रों के बाहर बम फेंक रही है। तृणमूल कांग्रेस ने इन आरोपों को निराधार बताया है।
बीरभूम में कुछ मतदान केंद्रों के बाहर हथियार और लाठियां लिए नकाबपोश लोग मतदाताओं को धमकाते हुए देखे गए। दक्षिण 24 परगना के बसंती ब्लॉक से आ रही टीवी फुटेज में मतदान केंद्रों के बाहर नकाबपोश बंदूकधारियों को घूमते हुए देखा गया। अधिकारी ने बताया कि इसी जिले के भानगर में पुलिस ने झड़पों के बाद भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठियां भांजी और आंसू गैस के गोले छोड़े। आयोग ने घटना के संबंध में पुलिस से एक रिपोर्ट सौंपने के लिए कहा है।