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दार्जिलिंग: दार्जिलिंग की पहाडि़यों में फिर से तनाव फैलने के एक दिन बाद गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) के समर्थकों ने गोरखालैंड क्षेत्रीय प्रशासन (जीटीए) के कायार्लय में आग लगा दी। यहां अनिश्चितकालीन बंद का आज 14वां दिन है। जीटीए के इंजीनियरिंग डिवीजन के कार्यालय में कल रात आग लगा दी गई। प्रदर्शनकारियों ने यहां से 25 किलोमीटी दूर बिजनबारी क्षेत्र के एक पंचायत कार्यालय में हंगामा भी किया। पुलिस और सुरक्षाबल सड़कों पर गश्त कर रहे थे और आवाजाही के सभी मार्गों पर भी सुरक्षा कड़ी कर दी है। फार्मेसियों के अलावा सभी दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद रहे और इंटरनेट सेवाएं भी निलंबित रहीं। गोरखा जनमुक्ति मोर्च ने आज रैली निकालने और जीटीए समझौते की प्रतियां जलाने की योजना बनाई है। पहाड़ों में लंबी अशांति के मद्देनजर जीटीए समझौते पर केंद्र, राज्य सरकार और जीजेएम ने वर्ष 2011 में हस्ताक्षर किए थे। जीजेएम ने कहा कि उसके 45 सदस्यों ने पिछले सप्ताह जीटीए से इस्तीफा दे दिया और इसके साथ ही प्रशासनिक इकाई का अस्तित्व खत्म हो गया। दार्जिलिंग में कल जीजेएम के सैकड़ों कार्यकतार्ओं ने प्रदर्शन किया और जीटीए समझौते की प्रतियां जला दी।

जीजेएम के कुछ कार्यकतार्ओं ने बिना कमीज के प्रदर्शन किया और अपने शरीर पर टयूबलाइटें फोड़ीं, जिससे वे घायल भी हुए। युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने केंद्र के उनकी अलग राज्य की मांग पर ध्यान न देने पर आत्मदाह करने और आमरण अनशन शुरू करने की धमकी दी। जीजेएम कार्यकर्ताओं और गोरखालैंड समर्थकों ने सोमवार रात को कालिमपोंग जिले में विकास बोर्ड के अध्यक्ष के आवास में भी आग लगा दी थी।

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