कोलकाता: देश में उच्च मूल्य वाले नोटों को चलन से बाहर किए जाने के बाद अचानक से मुद्रा बदलने वाले मनी चेंजर और एंट्री ऑपरेटर कालेधन के निस्तारण में सक्रिय हो गए हैं। मुद्रा बदलने के कारोबार में लगे लोग जनधन खाते का प्रयोग 500 और 1000 के पुराने बंद हो चुके नोटों को जमा करने में कर रहे हैं। शून्य बकाया राशि वाले इन खातों में ढाई लाख तक रुपये जमा किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि अधिकतर जनधन खाते गरीबी रेखा से नीचे वाले परिवारों के नाम से खुले हैं। बैंक के बाहर कतार में लगे एक चाय वाले ने बताया, ‘मुझे अपने जनधन खाते में ढाई लाख रुपये जमा करके निकालने के लिए अच्छा खासा भुगतान मिल रहा है। पाबंदी खत्म होने के बाद आसानी से पैसा निकाला जा सकता है।’ ऐसी खबरें हैं कि पुराने नोट के बदले नए नोटों के लिए मनी चेंजर्स पूरे लेन-देन पर 20 से 25 प्रतिशत का कमीशन ले रहे हैं।