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पटना: चारा घोटाला मामले में जमानत पर बाहर आए बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाल यादव की परेशानी बढ़ गई है। उनके साथ-साथ उनकी बेटी भी सीबीआई की कार्रवाई की चपेट में आ गईं हैं। दरअसल, सीबीआई ने लालू और उनकी बेटी के खिलाफ उनके कार्यकाल के दौरान भर्तियों में कथित अनियमितताओं के लिए नए सिरे से केस दर्ज किया है। भ्रष्टाचार के इस मामले में कार्रवाई करते हुए सीबीआई की टीम पटना स्थित लालू आवास (मौजूदा समय में राबड़ी आवास) समेत उनके 15 अलग-अलग ठिकानों पर छापेमारी कर रही है।

बीते महीने कोर्ट से मिली है जमानत

बता दें कि चारा घोटाला के डोरंडा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद यादव को झारखंड हाईकोर्ट ने बीते महीने 22 तारीख को जमानत दी है। जमानत के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक एम्स में अपना इलाज कराया, जिसके बाद से वे अपनी बड़ी बेटी मीसा भारती के घर पर हैं। मालूम हो कि सुनवाई से पहले ही तबीयत अधिक खराब होने की वजह से लालू को एयर एंबुलेंस से दिल्ली एम्स लाया गया था।

पटना: प्रश्नपत्र वायरल होने का मामला सामने आने के बाद बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा (पीटी) को रद्द कर दिया है। प्रश्नपत्र कहां से लीक हुआ, किसने वायरल किया, इसकी जांच साइबर सेल से कराई जाएगी। प्रश्नपत्र वायरल होने की जांच के लिए बनी कमेटी की रिपोर्ट के बाद अध्यक्ष आरके महाजन ने परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया।

आयोग के संयुत सचिव सह परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार ने यह जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि प्रश्नपत्र के वायरल होने की जांच साइबर सेल से कराने के लिए डीजीपी बिहार से अनुरोध किया गया है। दरअसल, बीपीएससी 67वीं प्रारंभिक परीक्षा रविवार 12 बजे से शुरू होनी थी। इससे पहले ही प्रश्नपत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल प्रश्नपत्र को दोपहर 11.49 बजे राष्ट्रीय छात्र एकता मंच के अध्यक्ष दिलीप ने मुख्यमंत्री सचिवालय को ईमेल कर दिया। परीक्षा के बाद परीक्षार्थियों ने भी दावा किया कि वायरल प्रश्नपत्र के सवाल परीक्षा में पूछे गए प्रश्नपत्र से मिल गए हैं।

पटना: प्रशांत किशोर की ओर से बीते 30 सालों में बिहार के पिछड़ने के दावे को राष्ट्रीय जनता दल के नेता तेजस्वी यादव ने आधारहीन करार दिया है। यही नहीं उन्हें बिहार में कोई फैक्टर न मानते हुए तेजस्वी यादव ने यह भी पूछा कि वह कौन हैं। मीडिया से बात करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा, 'प्रशांत किशोर का बयान कोई मायने नहीं रखता है। यहां तक कि उस पर कोई रिएक्शन भी नहीं दिया जा सकता। यह आधारहीन बयान है। मैं नहीं जानता कि वह कहां हैं, वह कौन हैं? वह अब तक कभी कहीं कोई फैक्टर नहीं रहे हैं।' दरअसल प्रशांत किशोर ने कहा था कि बीते 30 सालों में बिहार में लालू प्रसाद यादव और नीतीश कुमार का शासन रहा है और इस दौरान राज्य पिछड़ता रहा है।

बता दें कि प्रशांत किशोर ने बीते दिनों 'जन सुराज' का ऐलान किया था और उनका कहना था कि इसकी शुरुआत बिहार से की जाएगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में प्रशांत किशोर राजनीतिक दल का गठन कर सकते हैं।

नई दिल्ली: सरकार के तमाम प्रयासों के बाद भी बिहार में शराब तस्करी के मामले लगातार सामने आ रहे हैं। गोपालगंज पुलिस ने शराब तस्करी के हाई प्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने अबतक इस मामले में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार हाजीपुर के चिकनौटा मुहल्ले में रहने वाला एमबीए ग्रेजुएट विनीत पूरे गिरोह का सरगना है। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। खबरों के अनुसार विनीत के बड़े भाई और एमबीबीएस भाभी भी पहले ही शराब के मामले में जेल जा चुके हैं।

बताते चलें कि हाई प्रोफाइल शराब तस्करी का भंडाफोड़ करने में उस समय गोपालगंज पुलिस को सफलता मिली, जब कर्नाटक नंबर की एंबुलेंस को बरौली थाने की पुलिस ने एनएच 27 पर जब्त किया। गाड़ी में तीन तस्कर को 500 लीटर अंग्रेजी शराब के साथ 27अप्रैल को गिरफ्तार किया गया। हाजीपुर के चिकनौटा मुहल्ले से गोपालगंज पुलिस ने विनीत को गिरफ्तार कर हाई प्रोफाइल रैकेट का पर्दाफाश किया।

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