पटना: परशुराम जयंती के मौके पर पटना के बापू सभागार में तेजस्वी यादव ने अपने 'अगड़ा प्लान' की घोषणा की है। राजद नेता ने एक-एक कर अपनी प्लानिंग बताई है। तेजस्वी ने कहा कि विधान परिषद के चुनाव में हमनें 5 टिकट भूमिहार जाति से दिए। 5 में से 3 को जीत मिली। बोचहां उपचुनाव में रिकॉर्ड मतों से राजद की जीत हुई। उन्होंने कहा कि ये चुनाव का समय नहीं है। अभी तो हम बस आपसे अपना रिश्ता बनाने आए हैं। आप हम पर भरोसा कीजिए, हम आपका ख्याल रखेंगे। तेजस्वी ने कहा कि अभी तो दही-चूड़ा सना रहा है। खाने का काम अभी नहीं होगा। उसका भी वक्त आएगा।
तेजस्वी यादव ने कहा कि हम सब की कामना है कि भगवान परशुराम सभी को आशीर्वाद दें। इतनी शक्ति दें कि हम सबका कल्याण कर सकें। उन्होंने कहा कि चर्चा हो रही थी कि कार्यक्रम में तेजस्वी आएंगे या नहीं, मुझे लगता है कि ऐसी चर्चा क्यों होती है। जब हम ए टू जेड की बात करते हैं तो स्वाभाविक है कि हम सब की बात करते हैं। कोई हमारा भाई पीछे नहीं छूटे। इसको लेकर हम सब की कोशिश है। एक बात तो तय है कि मौजूदा सरकार से सब लोग तंग आ चुके हैं। बिहार में सरकार नहीं सर्कस चल रहा है।
पिछले बिहार विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को 44.5 फीसदी वोट प्राप्त हुआ। आखिर ये वोट आए कहां से? हमें सीमित करने की साजिश रची जाती थी। हमें 1.56 करोड़ वोट मिला और एनडीए को एक करोड़ 56 लाख 12 हजार वोट मिला। अंतर केवल 12 हजार का था तो ये उसी वक्त तय हो गया था कि सभी ने राजद को वोट दिया है। वर्ना इतना कम अंतर नहीं होता।
नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि हमारा एक ही मुद्दा था 10 लाख नौजवानों को सरकारी नौकरी देना। हमारा मुद्दा था पढ़ाई..दवाई.. सिंचाई… कमाई… सुनवाई और कार्रवाई की सरकार देना। बिहार बेरोजगारी का केंद्र है। नीति आयोग के हर सूचकांक में बिहार नीचे है। बेरोजगारी के लिए जिम्मेदार ये डबल इंजन की सरकार हैं, जिन्होंने जीना मुश्किल कर दिया है। इसके लिए केवल नीतीश कुमार दोषी हैं।