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पटना: बिहार में लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) सुप्रीमो चिराग पासवान के खिलाफत में पार्टी के नेताओं ने ही मोर्चा खोल दिया है। पार्टी के प्रदेश महासचिव केशव सिंह ने चिराग पासवान से इस्तीफे की मांग की। इसके बाद केशव सिंह को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी ने शुक्रवार को प्रेस रिलीज जारी कर इसकी जानकारी दी। प्रदेश मीडिया प्रभारी कृष्णा सिंह बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान के निर्देशानुसार बिहार प्रदेश के अध्यक्ष प्रिंस राज ने पार्टी विरोधी कार्य में संलिप्त होने तथा अनुशासनहीनता के कारण पूर्व प्रदेश महासचिव केशव सिंह को तत्काल प्रभाव से 6 वर्षों के लिए दल से निष्कासित किया है।

केशव सिंह ने मीडिया के साथ बातचीत में कहा कि चिराग पासवान संस्थापक रामविलास पासवान के बताए रास्ते से भटक गए हैं। लोजपा को प्राइवेट लिमिटेड कंपनी की तरह चला रहे हैं। चिराग सिर्फ एक व्यक्ति की सलाह पर काम कर रहे हैं, जबकि सांसदों एवं अन्य नेताओं की कोई पूछ नहीं है। सारे समर्पित कार्यकर्ता अपने आप को उपेक्षित महसूस कर रहे हैं।

 

बता दें कि लोजपा प्रदेश संसदीय बोर्ड की बुधवार को हुई बैठक में पार्टी की प्रदेश कमेटी समेत सभी जिलों की इकाई और प्रकोष्ठों को भंग कर दिया गया था। दो महीने के अंदर नई कमिटियां गठित करने का भी निर्णय लिया गया। 

बता दें कि विधानसभा चुनाव में पार्टी 135 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें से सिर्फ एक सीट जीत पाई थी। बैठक में चिराग ने अपने कार्याकर्ताओं से कहा कि बिहार में विधानसभा का चुनाव कभी भी हो सकता है। इसलिए पार्टी कार्यकर्ता अभी से संगठन के विस्तार और मजबूती पर ध्यान केंद्रित करें। यह भी कहा कि वे और प्रदेश अध्यक्ष प्रिंस राज नियमित रूप से बिहार में रहकर कार्यकर्ताओं संग काम करते रहेंगे। जल्द ही वे जिलों का दौरा करेंगे।

 

 

 

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