पटना: बिहार विधानसभा चुनाव से पहले राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) को बड़ा झटका लगा है। वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने गुरुवार को पार्टी को छोड़ने का एलान कर दिया। दिल्ली एम्म में भर्ती रघुवंश प्रसाद ने इस संबंध में एक चिट्ठी राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद को भेजी है। रघुवंश प्रसाद ने लिखा है कि वो राजद में 32 साल तक रहें। इस दौरान उन्हें पार्टी में बहुत प्यार मिला लेकिन अब साथ देना संभव नहीं है। रघुवंश प्रसाद काफी वक्त से पार्टी से नाराज चल रहे थे और इसी सिलसिले में रघुवंश प्रसाद ने अपने राष्ट्रीय उपाध्यक्ष के पद से इस्तीफा पहले ही दे दिया था।
बता दें कि रघुवंश प्रसाद सिंह की तबीयत बुधवार को अचानक खराब हो गयी। उन्हें दिल्ली स्थित एम्स के आईसीयू में भर्ती कराया गया। वे पिछले एक माह से दिल्ली में ही हैं। जानकारी के अनुसार उन्हें श्वास लेने में परेशानी हो रही थी। साथ ही, बार-बार खांसी की शिकायत थी।
उल्लेखनीय है कि लोजपा के पूर्व सांसद रामा सिंह के राजद में शामिल होने की सूचना के बाद रघुवंश सिंह ने पिछले महीने पार्टी में सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था। तब वह कोरोना से संक्रमित थे और पटना के एम्स में इलाज करा रहे थे।
उन्होंने अस्पताल से ही पत्र के जरिए राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद को अपना इस्तीफा भेज दिया था।
कुछ दिन पहले ही राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बड़े पुत्र विधायक तेज प्रताप यादव ने रघुवंश प्रसाद सिंह के बारे में पूछे जाने पर कहा था कि समुद्र से एक लोटा पानी निकल जाये तो क्या फर्क पड़ेगा। तेज प्रताप ने आगे कहा कि राजद में उनकी औकात एक लोटा पानी की तरह है। अगर समुद्र से एक लोटा पानी निकल ही जाएगा तो क्या फर्क पड़ेगा। लेकिन, लगे हाथ तेजप्रताप ने यह भी कहा कि रघुवंश बाबू अभिभावक हैं। उन्हें मना लिया जाएगा।
राजद में फिर नहीं हुई रामा सिंह की एंट्री, लालू प्रसाद ने किया मना
राजद प्रमुख लालू प्रसाद के मना करने पर रामा सिंह की राजद में इंट्री रोक दी गई। राजद ने इस बार रामा सिंह को पार्टी में शामिल करने की कोई घोषणा नहीं कि थी, लेकिन रामा सिंह ने खुद ही एलान किया था कि वह 29 अगस्त को राजद में शामिल हो जाएंगे। उसके बाद रघुवंश सिंह ने अपनी नाराजगी जता दी थी। नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने दिल्ली के अस्पताल में मिलने के बहाने उनको मनाने का भी प्रयास किया।