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पटना: लोकसभा चुनाव से पहले नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली जनता दल यूनाइटेड ने स्पष्ट कर दिया कि उनका भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन केवल बिहार तक ही सीमित है। पार्टी के विस्तार के मद्देनजर नीतीश कुमार की पार्टी अन्य राज्यों में आगामी लोकसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने की योजना बना रही है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव केसी त्यागी ने कहा, 'गठबंधन केवल बिहार तक सीमित है, इसके बाहर नहीं। इसलिए पार्टी दूसरे राज्यों में स्वतंत्र है और समाजवादी आंदोलन की विरासत के प्रसार के लिए काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।'

जदयू की सोमवार को हुई राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में तीन सदस्यों की एक कमेटी बनाने का फैसला हुआ है। इस कमेटी में केसी त्यागी, आरसीपी सिंह और प्रशांत किशोर शामिल होंगे, इन्हें पार्टी की राज्य इकाईयों के प्रमुखों के साथ वार्ता करने की जिम्मेदारी दी गई है। त्यागी ने साथ ही कहा कि जदयू ने लक्षद्वीप में इकलौती लोकसभा सीट के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया है.।इसके साथ ही पार्टी उत्तर-पूर्व, झारखंड, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में भी चुनाव लड़ने के लिए विकल्प तलाश रही है।

 

घटक दलों की सीटों की घोषणा जल्द

जदयू ने कहा कि बिहार में आगामी चुनाव में राजग के तीनों घटक दलों की लोकसभा सीटों के बारे में जल्द ही घोषणा की जाएगी। बिहार में राजग के तीन घटक दलों में भाजपा, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जदयू और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान की लोजपा है। जदयू के राष्ट्रीय महासचिव (संगठन) और राज्यसभा सदस्य राम चंद्र प्रसाद सिंह ने कहा है कि बिहार राजग के तीनों घटक दल लोकसभा चुनाव में किन-किन सीटों पर लड़ेंगे, इस पर चर्चा हो रही है और जल्द ही इसकी घोषणा की जाएगी। बिहार में कुल 40 सीटों को लेकर राजग के दलों के बीच सीट बंटवारे पर बनी सहमति के तहत भाजपा और जदयू दोनों दल 17-17 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे जबकि छह सीट लोजपा के लिए छोड़ी गयी है।

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