पटना: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बिहार के बरौनी में कहा कि जहां राज्य में एक एम्स पटना में सुचारू रूप से काम कर रहा है वहीं दूसरा एम्स बनाने का काम चल रहा है। प्रधानमंत्री के इस बयान पर अब विवाद शुरू हो गया है। राज्य में दूसरे एम्स के निर्माण की घोषणा 2015 के बजट में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने की थी, लेकिन सच्चाई यही है कि इस एम्स का निर्माण कहां होगा, इसकी न तो राज्य सरकार को जानकारी है और न ही केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस पर कोई फ़ैसला लिया है।
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने इसी को आधार बनाकर रविवार को प्रधानमंत्री मोदी के भाषण के बाद ट्वीट किया। प्रधानमंत्री जी आप सफ़ेद झूठ बोल रहे है। लोगों को भ्रमित और झूठ बोलने का इतना साहस कहाँ से लाते है? कृपया आप बताए कि बिहार में यूपीए के कार्यकाल से कार्यात्मक पटना एम्स के अलावा एक और एम्स बनाने का काम किस जिले में कहाँ और कब से चल रहा है? सीएम बताए क्या बिहार सरकार को इसकी जानकारी है? बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं की दृष्टि से आज एक ऐतिहासिक दिन है।
छपरा और पुर्णिया में अब नए मेडिकल कॉलेज बनने वाले हैं, वहीं भागलपुर और गया के मेडिकल कॉलेजों को अपग्रेड किया जा रहा है। इस मामले के जानकार मानते हैं कि यह मामला केंद्र और बिहार के बीच अहंकार की लड़ाई बन गया है। जहां केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे अपने गृह ज़िले भागलपुर में दूसरे एम्स के निर्माण पर अड़े हुए हैं।
वहीं बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इच्छा थी कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय दरभंगा स्थित दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल को देख भालकर वहीं एम्स का निर्माण कराए। लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि ये संभव नहीं है। इस तरह यह पूरा निर्माण खटाई में पड़ गया है और अब शायद चुनाव पूर्व यह संभव भी नहीं है।