पटना: बिहार में अपराधियों के हौसले बुलंद हैं और इन्होंने कानून-व्यवस्था की धज्जियां उड़ा दी हैं। लगातार बड़ रहे अपराध और गोली मारने की घटनाओं ने एक बार फिर से नीतीश कुमार के सुशासन की पोल खोल दी है। व्यापारियों की लगातार हो रही हत्याओं ने एक बार फिर से इस बात की चर्चा तेज कर दी है कि क्या बिहार को फिर से जंगलराज की नजर लग गई है? बिहार में आज शनिवार को एक और व्यापारी की हत्या कर दी गई। दरभंगा के रानीपुर के पास एनएच 57 पर बेखौफ बाइक सवार बदमाशों ने कारोबारी केपी शाही की गोली मारकर हत्या कर दी। हैरान करने वाली बात है कि बीते 72 घंटों में यह तीसरा बड़ा और सनसनीखेज मामला है।
इससे पहले शुक्रवार रात मुजफ्फरपुर के हथौड़ी में अज्ञात बदमाशों ने ठेकेदार लड्डू सिंह पर गोलियां बरसाकर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। इससे पहले गुरुवार 20 दिसंबर को पटना के बड़े व्यापारी गुंजन खेमका पर बदमाशों ने तब गोली चलाई थी जब उनकी गाड़ी वैशाली जिले के महात्मा गांधी सेतु से गुजर रही थी। इस हमले में खेमका की मौत हो गई थी जबकि उनका ड्राइवर गंभीर रूप से घायल हो गया था।
तेजस्वी यादव का नीतीश सरकार पर हमला
प्रदेश में कारोबारियों की हत्या के इन मामलों को लेकर विपक्ष के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। शनिवार को एक ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, 'मुजफ्फरपुर में एक व्यापारी की गोली मारकर हत्या। बिहार में गाजर-मूली की तरह लोग काटे जा रहे है। चहुंओर गोलियों की तड़तड़ाहट से आम आदमी खौफ में है। सीएम ने थानों की बोली लगा दी है। जातीय आधार पर पोस्टिंग हो रही है। जेडीयू नेताओं और पुलिसकर्मियों के लिए शराबबंदी कामधेनु गाय बन गई है।' हाजीपुर के औद्योगिक थाना क्षेत्र स्थित कॉटन फैक्ट्री के सामने गुरुवार को पटना के व्यवसायी और भाजपा नेता गुंजन खेमका की हत्या के मामले में पुलिस कई बिंदुओं पर जांच कर रही है।
सूत्र बताते हैं कि व्यवसायी की हत्या पुलिस से लूटी गई पिस्टल से हुई है। घटना को एक्सपर्ट सुपारी किलर ने अंजाम दिया है। एसआईटी की टीम हत्या से जुड़े कई बिन्दुओं पर काम कर रही है। इलाके के कई ऐसे शूटरों की खोज पुलिस कर रही है, जो एक्सपर्ट सुपारी किलर हैं। पुलिसिया सूत्र बताते हैं कि व्यवसायी गुंजन खेमका की हत्या के बाद मौके पर गोली का खोखा बरामद किया गया था। नाइन एमएम की गोली के खोखे की स्थिति बता रही थी कि जिस पिस्टल और गोली का प्रयोग इस हत्याकाण्ड में हुआ है, वह किसी पुलिसकर्मी से लूटी गई पिस्टल है या फिर पुलिस से चुराई गई पिस्टल है।
अमूमन आम अपराधी जिस देसी नाइन एमएम पिस्टल का प्रयोग करते हैं, उससे फायर के बाद गोली के खोखे की आकृति बिगड़ जाती है। पिस्टल के हैमर का पिन सही प्वाइंट पर हिट नहीं करता है, जिससे गोली टारगेट पर नहीं लगती। इस हत्याकाण्ड में बाइक पर चढ़े होने के बावजूद शूटर ने व्यवसायी को तीन गोलियां मारी और तीनों गोलियां गुंजन खेमका को लगी, जिससे उनकी मौत हो गई। हथौड़ी थाने के भदई गांव में शुक्रवार की रात लड्डू सिंह की हत्या में जिस हत्यारोपित का नाम सामने आ रहा है, वह वारदात से कुछ देर पहले लड्डू के घर पर देखा गया था।
दबी जुबान से ग्रामीण बता रहे हैं कि किसान राज कुमार सिंह के दरवाजे पर श्राद्ध का भोज शुरू होने से पहले कुछ संदिग्ध युवक ठेकेदार के घर पर जुटे थे। लड्डू के घर पर खाने-पीने में एक-दो अन्य युवकों के अलावा उसका हत्यारा भी शामिल था। वहां से लड्डू समेत सभी युवक भोज खाने के लिए राज कुमार सिंह के घर पहुंचे थे। पुलिस की मानें तो ठेकेदार के घर पर पार्टी में शामिल चेहरों से पूछताछ में हत्या की साजिश पर से पर्दा उठ सकता है।भदई निवासी विश्वनाथ सिंह की मां के निधन के बाद शुक्रवार को एकादशा का श्राद्ध कर्म संपन्न हुआ।
विश्वनाथ सिंह के दरवाजे पर ग्रामीणों को भोज खिलाने के लिए पर्याप्त जगह नहीं है। लिहाजा पड़ोसी राज कुमार सिंह के दरवाजे पर ही भोज की व्यवस्था की। रात के करीब सवा सात बजे ग्रामीण भोज खाने के लिए बैठे। चावल-दाल परोसे जाने के बाद लड्डू ने भोज में घी परोसा। इसके कुछ ही मिनट बाद राजकुमार सिंह के दरवाजे के ठीक सामने हत्यारे ने अचानक लड्डू पर गोलियां दागी। लड्डू वहीं पर ढेर हो गया।
गोलियों की आवाज से भोज में मची भगदड़
भोज के दौरान गोलियों की आवाज सुनकर कुछ ग्रामीणों को *पटाखे छोड़े जाने की आशंका हुई। पास में आग ताप रहे एक-दो ग्रामीणों ने श्राद्ध के भोज में पटाखे छोड़े जाने पर नाराजगी जतायी। इसी बीच ग्रामीण भोज खाना छोड़कर भागने लगे। कुछ लोग हिम्मत करते हुए आगे बढ़े तो सामने लड्डू की लाश पड़ी थी। दरवाजे पर भगदड़ मच गई। गोली मारने के बाद हत्यारा दरवाजे से घर में प्रवेश कर गया और घर के पिछले दरवाजे से रात के अंधेरे में फरार हो गया।