ताज़ा खबरें
आम तीर्थयात्री को वीआईपी के समान सुरक्षा की जरूरत:जमात-ए-इस्लामी
मुख्यमंत्री योगी बोले- मृतकों के परिजनों को दिए जाएंगे 25 लाख रुपये
कांग्रेस का घोषणापत्र: 300 यूनिट बिजली मुफ्त, जाति जनगणना का वादा

इंफाल: मणिपुर के इंफाल पूर्वी जिले में सुरक्षा बलों और उग्रवादियों के बीच गुरुवार रात को मुठभेड़ हुई। इस दौरान करीब एक घंटे तक कई राउंड फायरिंग हुई। हालांकि फायरिंग में किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। बताया जाता है कि उग्रवादियों ने शांतिखोंगबल, यिंगांगपोकपी उयोक चिंग और थम्नापोकपी उयोक चिंग गांवों में गोलीबारी की। पुलिस ने बताया कि उनको भगाने के लिए सुरक्षा बलों ने हवा में कुछ राउंड गोलियां चलाईं।

पिछले वर्ष मई से इम्फाल घाटी स्थित मेइती और समीपवर्ती पहाड़ियों पर स्थित कुकी-जो समूहों के बीच जातीय हिंसा में 250 से अधिक लोग मारे गए हैं और हजारों लोग बेघर हो गए हैं।

मणिपुर में हिंसा लगातार जारी है, लेकिन इस माह की शुरुआत में जिरीबाम में तीन महिलाओं और उनके तीन बच्चों की हत्या के बाद से बवाल बढ़ गया। वहीं मणिपुर में बिगड़ते हालात को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य में पांच हजार अतिरिक्त केंद्रीय बल के जवान भेजे हैं।

इंफाल: मणिपुर के कई इलाकों में केंद्र सरकार द्वारा फिर से अफस्पा कानून लागू करने का विरोध शुरू हो गया है। सोमवार को इस फैसले के विरोध में हजारों की तादाद में महिलाओं ने विरोध मार्च निकाला। महिलाएं विरोध मार्च निकालते हुए इंफाल स्थित सचिवालय जाना चाहती थीं, लेकिन सुरक्षाबलों ने उन्हें रास्ते में ही रोक दिया। गौरतलब है कि बीते दिनों जिरीबाम में हुई हिंसा के बाद मणिपुर के कई इलाकों में फिर से अफस्पा कानून लागू कर दिया गया है।

महिला संगठन ने किया रैली का आयोजन

सोमवार को मणिपुर में मानवाधिकारों और सामाजिक न्याय के लिए काम करने वाले महिलाओं के संगठन मीरा पाइबिस ने रैली का आयोजन किया। प्रदर्शनकारी महिलाओं ने हाथों में प्लेकार्ड और बैनर पकड़े हुए थे और वे राज्य से अफस्पा कानून को हटाने की मांग कर रहीं थी। महिलाओं की रैली इंफाल के कोंगबा बाजार इलाके से शुरू हुई, लेकिन तीन किलोमीटर बाद ही रैली को सुरक्षा बलों ने रोक दिया। इसके बाद प्रदर्शनकारी वापस कोंगबा बाजार पहुंचे और वहां एक सभा का आयोजन किया।

इंफाल: मणिपुर के इंफाल घाटी में 16 नवंबर को विधायकों के घरों में तोड़फोड़ और आगजनी के मामले में दो और लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इसी के साथ इस मामले में गिरफ्तार किए गए लोगों की संख्या 34 हो गई। पुलिस ने बताया कि वे इनपुट की जांच कर रहे हैं और 16 नवंबर को इंफाल घाटी में विधायकों के घरों में हमला करने वाले अतिरिक्त संदिग्धों की भी तलाश जारी है। एक अधिकारी ने कहा कि विधायकों के घरों तोड़फोड़ और आगजनी मामले की जांच की जा रही है।

मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन भी दो दिनों के लिए बढ़ा

मणिपुर सरकार ने शनिवार को राज्य के सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं का निलंबन भी दो दिनों के लिए बढ़ा दिया। राज्य में जारी हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने 16 नवंबर को दो दिनों के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी थी। इसके बाद से कई बार समयसीमा को बढ़ाया जा चुका है। गृह मंत्रालय ने एक बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।

इंफाल: मणिपुर में पिछले कई दिनों से तनाव और अशांति जारी है। इस बीच मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह का बयान सामने आया है, उन्होंने कहा, सरकार निर्दोष लोगों की हत्या के खिलाफ आंदोलन का समर्थन करती है कुछ "गिरोहों" ने लोकतांत्रिक आंदोलन के नाम पर मंत्रियों के घरों को लूट लिया और जला दिया।

एन बीरेन सिंह ने कहा, 'मैंने पहले ही कहा और निंदा की थी, जो लोग निर्दोष लोगों की हत्याओं के खिलाफ वास्तव में आंदोलन कर रहे हैं, वे वास्तविक हैं, हम उनके आंदोलन का समर्थन करते हैं क्योंकि हर किसी को लोकतांत्रिक तरीके से आंदोलन करने का अधिकार है।

'यह शर्म की बात है, हम कार्रवाई करेंगे'

बीरेन सिंह ने आगे कहा, ''लोकतांत्रिक आंदोलन में, कुछ गिरोहों ने मंत्रियों के घरों को लूट लिया, जला दिया और उनकी संपत्तियों को लूट लिया, हमने पहले ही सीसीटीवी के माध्यम से पहचान कर ली है और मुझे यह सार्वजनिक रूप से व्यक्त करने में शर्म आती है कि यह मणिपुर में हो रहा है। यह शर्म की बात है हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।''

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख