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इंफाल: मणिपुर की राजधानी इंफाल के ओल्ड लम्बुलैन में कड़ी सुरक्षा वाले सचिवालय परिसर के नज़दीक एक घर में आज आग लग गई। जिस घर में आग लगी वह मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह के सरकारी बंगले से कुछ ही दूरी पर है। आग किस वजह से लगी इसका पता अभी नहीं चल पाया है। पुलिस ने बताया कि यह खाली घर गोवा के पूर्व मुख्य सचिव दिवंगत थांगखोपाओ किपगेन का था। पुलिस के अनुसार घटनास्थल पर पहुंचकर दमकल की गाड़ियों ने आग पर काबू पा लिया।

सचिवालय परिसर में मचा हड़कंप

सचिवालय परिसर के पास जिस घर में आग लगी वह कुकी इन कॉम्प्लेक्स के बगल में स्थित है, जो इंफाल के बाबूपारा में मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह के आवास के सामने है।

पुलिस ने बताया कि मणिपुर में चल रही हिंसा की वजह से उस घर के लोग उसे पहले ही छोड़कर चले गए थे। घर की छत लकड़ी और गैल्वनाइज्ड टिन से बनी थी, जिस कारण आग की लपटें तेज हो गई थी। इस वजह से आग बुझाने के लिए थौबल जिले से अतिरिक्त अग्निशमन विभाग की मदद ली गई।

इंफाल: हिंसाग्रस्त मणिपुर में मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के काफिले पर उग्रवादियों ने हमला कर दिया। हालांकि, काफिले में मुख्यमंत्री शामिल नहीं थे। मणिपुर के मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह की अग्रिम सुरक्षा टीम पर घात लगाकर किए गए हमले में दो सुरक्षाकर्मी घायल हो गया है। घटना सोमवार की सुबह की है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के लिए मंगलवार को संकटग्रस्त जिरीबाम जिले का दौरा करने वाले थे। घटना के बाद मणिपुर पुलिस कमांडो और असम राइफल्स ने एक संयुक्त टीम बनाई है और अपराधियों का पता लगाने के लिए तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि मंगलवार को सीएम एन.बीरेन सिंह हिंसाग्रस्त जिरीबाम का दौरे पर जाने का कार्यक्रम था। इसी सिलसिले में सीएम की अग्रिम सुरक्षा टीम हालात का जायजा लेने के लिए जिरीबाम जा रही थी। इसी दौरान सिनम के पास उग्रवादियों ने घात लगाकर हमला किया।

विश्वसनीय सूत्रों ने संकेत दिया है कि मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह कल जेरीबाम का दौरा करने वाले हैं। तैयारी के तौर पर, उन्होंने स्थिति का आकलन और निगरानी करने के लिए आज सैनिकों को भेजा।

इंफाल: मणिपुर के जिरीबाम जिले में उग्रवादियों ने शनिवार को एक समुदाय के 70 से अधिक घर जला दिए। उग्रवादियों ने दो पुलिस चौकियों, वन विभाग के कार्यालय में भी आग लगा दी। हिंसा के बाद जिरीबाम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) का तबादला कर दिया गया है।

अधिकारियों ने बताया कि उग्रवादियों के खिलाफ अभियान में सुरक्षाकर्मियों की सहायता के लिए 70 से अधिक राज्य पुलिस कमांडो की टुकड़ी को इंफाल से जिरीबाम भेजा गया है। अतिरिक्त सुरक्षा बलों को क्षेत्र में तैनात किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि लगभग मैतेयी समुदाय के 239 लोगों को शुक्रवार को जिले के खेल परिसर में बनाए गए राहत शिविर में ले जाया गया है। इनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं।

वन विभाग के गोआखाल कार्यालय में भी आगजनी

वरिष्ठ अधिकारी के मुताबिक उग्रवादियों ने लमताई खुनौ, डिबोंग खुनौ, नुनखाल और बेगरा गांवों में 70 से अधिक घरों को आग लगा दी।

इंफाल: देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर में पिछले साल हुई जातीय हिंसा के दौरान दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था। इस वारदात का वीडियो वायरल होने पर सरकार ने मामले की जांच सीबीआई को सौंपी थी। अब सीबीआई ने इस मामले में कोर्ट में चार्जशीट दाखिल कर दी है। चार्जशीट में दावा किया गया है कि मणिपुर पुलिस के अधिकारी इन महिलाओं को 1000 लोगों की भीड़ के बीच लेकर पहुंचे थे।

सीबीआई ने अक्टूबर में अदालत दाखिल की थी चार्जशीट

मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक, सीबीआई ने इस मामले में चार्जशीट बीते साल अक्टूबर में फाइल की थी। लेकिन 3 मई को मणिपुर हिंसा के एक साल पूरे होने के दो दिन पहले ये चार्जशीट चर्चा में आई है। सीबीआई ने बीते साल 16 अक्टूबर को गुवाहाटी स्थित स्पेशल सीबीआई जज के सामने इस मामले में 6 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। सीबीआई ने बताया कि इन महिलाओं ने पुलिस की गाड़ी में शरण मांगी थी। लेकिन, पुलिस ने दोनों महिलाओं को भीड़ के बीच छोड़ दिया।

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