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इंफाल: मणिपुर में करीब पांच माह से जारी यूनाइटेड नगा काउंसिल (यूएनसी) की आर्थिक नाकेबंदी रविवार मध्यरात्रि के बाद समाप्त करने पर सहमति बन गई है। यह कदम सोमवार को भाजपा की नई सरकार के विश्वासमत हासिल करने के एक दिन पहले उठाया गया है। केंद्र, राज्य सरकार और नगा समूहों की बातचीत के बाद एक आधिकारिक बयान में आर्थिक नाकेबंदी खत्म करने को लेकर सहमति बनने की बात कही गई है। राज्य में पूर्व मुख्यमंत्री ओकराम इबोबी सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के सात नए जिले बनाए जाने के फैसले के खिलाफ यूएनसी ने एक नवंबर 2016 को आर्थिक नाकेबंदी शुरू की थी। सेनापति जिला मुख्यालय में आयोजित त्रिपक्षीय वार्ता के बाद जारी एक संयुक्त बयान में कहा गया है, यूएनसी नेताओं को बिना शर्त रिहा किया जाएगा और आर्थिक नाकेबंदी को लेकर नगा जनजातीय नेताओं और छात्र नेताओं के खिलाफ चल रहे मामलों को खत्म किया जाएगा। बयान पर केंद्रीय गृह मंत्रालय में संयुक्त सचिव सत्येंद्र गर्ग, अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) जे. सुरेश बाबू और मणिपुर सरकार के आयुक्त (कार्य) राधाकुमार सिंह एवं यूएनसी महासचिव एस. मिलन और ऑल नगा स्टूडेंट एसोसिएशन के अध्यक्ष सेठ सतसंग के हस्ताक्षर हैं। मणिपुर विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने राज्य में जारी आर्थिक नाकेबंदी को चुनावी मुद्दा बनाया था। पार्टी ने सरकार गठन के तुरंत बाद इसे खत्म करने का संकल्प भी जताया था।

इंफाल: मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने आज (गुरूवार) एन बीरेन सिंह को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई और इसके साथ ही प्रदेश में पहली बार भाजपा गठबंधन सरकार बन गई। राज्यपाल ने भाजपा विधायक दल के नेता बीरेन सिंह को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया था। बीरेन सिंह को सोमवार को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया था। वहीं अमित शाह और वेंकैया नायडू इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल नहीं हो सकें। असल में शाह और नायडू को लेकर जो विमान इम्फाल जा रहा था उस विमान के इंजन में गड़बड़ी आई और उसे दिल्ली लौटना पड़ा। सिंह को सरकार बनाने का निमंत्रण ऐसे दिन दिया गया है जब एनडीए में शामिल नगा पीपुल्स फ्रंट के चार सदस्यों ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार गठन के लिए भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की। राजभवन सूत्रों ने बताया कि शपथ ग्रहण समारोह आज दोपहर एक बजे होगा। यह पूछे जाने पर कि मुख्यमंत्री के साथ कितने मंत्री शपथ लेंगे, बीजेपी सूत्रों ने यहां कहा कि इसे अभी अंतिम रूप दिया जाना है। सूत्रों ने हालांकि कहा कि यह छोटा मंत्रिमंडल होगा और इसमें अन्य सहयोगियों का प्रतिनिधित्व होगा। राजभवन सूत्रों ने बताया कि नगा पीपुल्स फ्रंट के चार विधायकों ने राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार गठन के लिए भाजपा को अपना समर्थन देने की घोषणा की।

इंफाल: मणिपर में सियासी संकट हल होता दिख रहा है। मणिपर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने भाजपा को सरकार बनाने का न्योता दिया है। मणिपुर में आज (बुधवार) भाजपा का शपथ ग्रहण समारोह होगा। इस समारोह में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह और केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह उपस्थित रहेंगे। राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने कहा, 'मैंने जो फैसला किया है नियमों के मुताबिक लिया है। यह जरूरी नहीं है कि सबसे बड़ी पार्टी को सरकार बनाने का न्योता दिया जाए।' राज्यपाल ने कहा कि कौन सी राजनीतिक पार्टी स्थिर सरकार दे सकती है यह देखना होता है। गौरतलब है कि मणिपुर में ओ इबोबी सिंह ने सोमवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया। केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि एन बीरेन सिंह को सर्वसम्मति से भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया। बीरेन सिंह राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। उधर एनपीएफ के चार विधायकों ने मणिपुर की राज्यपाल से मुलाकात की और सरकार गठन के लिए भाजपा को समर्थन देने की बात कही। बीरेन सिंह हीनगैंग विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं। बीरेन सिंह ने बीते साल अक्टूबर में कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी और भाजपा का दामन थाम लिया था। 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में कांग्रेस ने 28 और भाजपा ने 21 सीटें जीती हैं। दोनों बहुमत से दूर हैं। लेकिन अन्य छोटे दलों, एक निर्दलीय और कांग्रेस के एक विधायक के समर्थन से भाजपा ने 32 विधायकों का समर्थन जुटा लिया है, जो सरकार बनाने के लिए काफी है।

इंफाल: भाजपा ने एन बीरेन सिंह को मणिपुर में मुख्‍यमंत्री पद के लिए नामित किया है. राज्‍य में पार्टी के पर्यवेक्षक एवं केंद्रीय ऊर्जा मंत्री पियूष गोयल ने इस बात की घोषणा की। वह जल्द ही राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। राज्य के पूर्व मंत्री बीरेन सिंह को भाजपा विधायक दल का नेता चुना गया है। पार्टी के इस फैसले का ऐलान यहां दो केंद्रीय मंत्रियों पीयूष गोयल और प्रकाश जावड़ेकर की मौजूदगी में किया गया। बीरेन सिंह ने इस मौके पर संवाददाताओं से कहा, "मैंने कांग्रेस को इसके कुशासन के कारण छोड़ा था। मैं आपको आश्वस्त करता हूं कि भाजपा निश्चित ही अच्छी सरकार देगी।" बीरेन सिंह ने बीते साल अक्टूबर में कांग्रेस सरकार और कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी, तथा भाजपा का दामन थाम लिया था। बीरेन सिंह हीनगैंग विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. वह राज्य में भाजपा के पहले मुख्यमंत्री होंगे। उन्होंने निकटतम प्रतिद्वंद्वी तृणमूल कांग्रेस के पांगीजम सरतचंद्र सिंह को हराया था। फुटबॉल खिलाड़ी से पत्रकार और फिर राजनेता बने बीरेन सिंह एक समय निवर्तमान मुख्यमंत्री इबोबी सिंह के खास सहयोगी थे। मुख्यमंत्री पद के एक अन्य दावेदार भाजपा विधायक थोंगम विश्वजीत भी थे। 60 सदस्यीय मणिपुर विधानसभा में कांग्रेस ने 28 और भाजपा ने 21 सीटें जीती हैं. दोनों बहुमत से दूर हैं. लेकिन अन्य छोटे दलों, एक निर्दलीय और कांग्रेस के एक विधायक के समर्थन से भाजपा ने 32 विधायकों का समर्थन जुटा लिया है, जो सरकार गठन के लिए पर्याप्त है।

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