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नई दिल्ली: महाराष्ट्र के विधायक और भाजपा के प्रवक्ता राम कदम ने आज कहा कि लेखक-गीतकार जावेद अख्तर की किसी भी फिल्म को देश में तब तक प्रदर्शित नहीं होने दिया जाएगा, जब तक कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के पदाधिकारियों से संघ की तुलना तालिबान से करने के लिए माफी नहीं मांगते। जावेद अख्तर ने एनडीटीवी के साथ बातचीत में कहा था कि तालिबान और "जो एक हिंदू राष्ट्र चाहते हैं" के बीच एक समानता है। आरएसएस, जो कि भाजपा का वैचारिक अभिभावक है, लंबे समय से यह मानता रहा है कि भारत एक हिंदू 'राष्ट्र' या राज्य है। इसके एक दिन बाद राम कदम ने उक्त टिप्पणी की है।

राम कदम ने एक वीडियो संदेश में कहा, "जावेद अख्तर का यह बयान न केवल शर्मनाक है बल्कि संघ और विश्व हिंदू परिषद के करोड़ों पदाधिकारियों और दुनिया भर में उनकी विचारधारा का पालन करने वाले करोड़ों लोगों के लिए दर्दनाक और अपमानजनक है।" उन्होंने यह संदेश ट्विटर पर साझा किया। राम कदम ने कहा कि इस संगठन के पदाधिकारी गरीब से गरीब व्यक्ति की सेवा करते हैं और कवि-गीतकार ने उनका अपमान किया है।

मुंबई: पूर्व रक्षा मंत्री व एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा की जा रही कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है। पवार ने कहा कि ईडी का इस्तेमाल ऐसा पहले कभी नहीं हुआ, जैसा अब हो रहा है। इससे साफ है कि सरकार विपक्ष के नेताओं को इसके जरिए दबाव में ले रही है। 

पवार ने आगे कहा कि यह सिर्फ महाराष्ट्र में नहीं हो रहा है, बल्कि मप्र, राजस्थान, पंजाब व दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में भी हो रहा है। महाराष्ट्र में भाजपा द्वारा कोविड नियमों के उल्लंघन व उसे लेकर केस दर्ज किए जाने को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पवार ने कहा कि केंद्र सरकार ने राज्यों को महामारी पर काबू करने के लिए उपयुक्त कदम उठाने को कहा है। मुख्यमंत्री व राज्य सरकार यह काम कर रही है। लोकतंत्र में सभी को विरोध करने का अधिकार है, लेकिन केंद्र सरकार कदम उठा रही है तो उसका सत्तारूढ़ पार्टी (भाजपा) के कार्यकर्ताओं को भी पालन करना चाहिए। 

नई दिल्ली: महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री मंत्री अनिल देशमुख से जुड़े भ्रष्टाचार मामले की गोपनीय रिपोर्ट लीक करने के लिए सीबीआई के एक सब-इंस्पेक्टर को आईफोन 12 प्रो रिश्वत के तौर पर ऑफर किया गया था, जिसकी कीमत ₹ 1 लाख से अधिक है। जांचकर्ताओं ने कहा कि उप-निरीक्षक अभिषेक तिवारी और पूर्व मंत्री के वकील आनंद डागा को सीबीआई ने देशमुख के खिलाफ जांच को प्रभावित करने की कोशिश करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।

पूर्व गृहमंत्री मंत्री अनिल देशमुख ने अप्रैल में मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख परमबीर सिंह द्वारा भ्रष्टाचार का आरोप लगाए जाने के बाद पद छोड़ दिया था।

जानकारी के मुताबिक, सीबीआई ने अपनी पहली प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) में कहा, "28.6.2021 को अभिषेक तिवारी अनिल देशमुख के खिलाफ मामले की जांच के सिलसिले में पुणे गए थे। पता चला है कि वकील आनंद डागा अभिषेक तिवारी से मिले थे और जांच के संबंध में विवरण पास करने के एवज में एक आईफोन 12 प्रो को अवैध रूप में सौंप दिया गया।"

नई दिल्ली: केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के वकील आनंद डागा को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को बताया कि वकील पर देशमुख के खिलाफ बंबई उच्च न्यायालय के निर्देश में हो रही प्रारंभिक जांच को बाधित करने का आरोप है। उन्होंने बताया कि डागा को मुंबई से गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमांड पर दिल्ली लाया गया है। साथ ही बताया कि वकील को, गिरफ्तार किए गए सीबीआई के उपनिरीक्षक अभिषेक तिवारी के साथ यथोचित अदालत के समक्ष पेश किया जाएगा। तिवारी को डागा से कथित तौर पर रिश्वत लेने के लिए बुधवार की रात हिरासत में लिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि सीबीआई ने डागा और तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया है।

सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने कहा, “सीबीआई ने अवैध पारितोषण समेत कुछ अन्य आरोपों को लेकर अपने उपनिरीक्षक, नागपुर के एक वकील और अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। जांच के दौरान, सीबीआई ने उपनिरीक्षक को गिरफ्तार किया। वकील से पूछताछ की जा रही है। प्रयागराज और दिल्ली में छापेमारी की गई।”

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