ताज़ा खबरें
किसान आंदोलन: एसकेएम नेता डल्लेवाल को पुलिस ने हिरासत मे लिया
कन्नौज में एक्सप्रेस-वे पर दुर्घटना, सैफई में तैनात पांच डॉक्टरों की मौत
संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना
दिल्ली-यूपी में बढ़ी ठंड, हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी; तमिलनाडु में तूफान

नई दिल्ली: केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने शुक्रवार को महाराष्ट्र में एक कार्यक्रम में कहा कि देश भर में लाखों किसानों के विरोध प्रदर्शन के बाद पिछले महीने सरकार द्वारा वापस ले लिए गए तीन कृषि कानूनों को फिर से पेश किया जा सकता है। केंद्रीय मंत्री तोमर ने विवादास्पद कानूनों को खत्म करने के लिए "कुछ लोगों" को दोषी ठहराया। संसद में जिस तरह से इन कानूनों को बिना बहस और चर्चा के पास किया गया था, उसी तरह इन्हें वापस ले लिया गया। कृषि मंत्री के बयान से ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि इन कानूनों को सरकार दोबारा पेश कर सकती है।

कृषि मंत्री ने कहा, "हम कृषि संशोधन कानून लाए. लेकिन कुछ लोगों को ये कानून पसंद नहीं आए। ये आजादी के 70 साल बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एक बड़ा सुधार था। लेकिन सरकार निराश नहीं है। हम एक कदम पीछे हटे हैं, हम फिर आगे बढ़ेंगे क्योंकि किसान भारत की रीढ़ हैं।'

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूपी और पंजाब (जहां किसानों के वोट महत्वपूर्ण हैं) में चुनाव से ठीक कुछ महीने पहले चौंका देने वाला एलान करते हुए कहा कि तीनों कृषि कानूनों को वापस ले लिया जाएगा।

मुंबई: शिवसेना नेता संजय राउत ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सराहना करते हुए कहा कि जवाहरलाल नेहरू के बाद वह एकमात्र ऐसे नेता हैं जिन्हें देश भर के लोगों ने सराहा है। उन्होंने कहा कि 'सबका साथ, सबका विकास' का नारा वास्तव में उन पर सूट करता है। राउत का बयान स्पष्ट रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर केंद्रित था, जिन्होंने 2014 में 'सबका साथ, सबका विकास' (सामूहिक प्रयास, समावेशी विकास) के आदर्श वाक्य के साथ पदभार ग्रहण किया था।

राउत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "अटल बिहारी वाजपेयी ने शिवसेना-भाजपा गठबंधन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 'सबका साथ, सबका विकास' लाइन वास्तव में उन पर सूट करती है।" शिवसेना सांसद दिवंगत भाजपा नेता की जयंती पर वाजपेयी से जुड़े एक सवाल का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा, "वाजपेयी भारत में एकमात्र दूसरे नेता थे, जिन्हें जवाहरलाल नेहरू के बाद पूरे देश में सराहा गया। चाहे वह नागालैंड हो या पुडुचेरी, वाजपेयी का सम्मान करने वाले लोग हर जगह थे।"

मुंबई: देश में ओमिक्रॉन के केस बढ़ने के साथ ही विभिन्‍न राज्‍यों ने सख्‍त उपाय अपनाना शुरू कर दिए हैं। महाराष्‍ट्र में अब तक इस वैरिएंट के सबसे ज्‍यादा केस दज किए हैं। ओमिक्रॉन के खौफ और कोरोना के नए केसों में हो रही वृद्धि के मद्देनजर महाराष्‍ट्र में देर रात जमावड़े पर सख्‍ती की गई है। इसे साथ ही राज्‍य में जिम और सिनेमाघरों को 50 फीसदी की क्षमता से ही संचालित किए जा सकेंगे। नई गाइडलाइंस आधी रात से लागू हो जाएंगी, इसके तहत इनडोर वेडिंग में अधिकतम 100 लोग जबकि आउटडोर वेडिंग की स्थिति में अधिकतम 250 लोग या कुल क्षमता के 25% (जो भी कम हो) शामिल हो सकेंगे।

मुंबई में कोरोना के 683 मामले मिले

जिम, स्‍पा, होटल, थिएटरऔर सिनेमा हाल 50 फीसदी की क्षमता से संचालित हो सकेंगे जबकि खेल स्‍पर्धाओं में 25 फीसदी की ही इजाजत होगी। मुंबई मे 683 और महाराष्‍ट्र में 1410 नए कोरोना केस रिपोर्ट किए जाने के बाद यह प्रतिबंध लागू किए गए हैं, 27 अक्‍टूबर के बाद यह केसों की सबसे अधिक संख्‍या है।

मुंबई: कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे के बीच मुंबई में संक्रमण के मामलों में तेजी दर्ज की जा रही है। पिछले 24 घंटों में देश की आर्थ‍िक राजधानी में संक्रमण के 490 नए मामले सामने आए हैं। 15 अक्‍टूबर के बाद यह पहला मौका है, जब इतनी संख्‍या में नए मरीज मिले हैं। 15 अक्‍टूबर को 488 मरीज सामने आए थे। हालांकि राहत की बात यह रही कि पिछले 24 घंटों में किसी मरीज की जान इस वायरस की वजह से नहीं गई। इस दौरान 45014 टेस्‍ट किए गए। शहर में एक्‍ट‍िव मरीजों की संख्‍या अब 2419 हो गई है।

वहीं महाराष्ट्र में 24 घंटे में 1201 नए मामले सामने आए हैं। 3 नवंबर के बाद से ये सबसे ज्यादा केस हैं, इससे पहले 3 नवंबर को 1193 मामले सामने आए थे। 8 नए कोविड की मौत भी हुई है। राहत की बात यह है कि आज राज्य से ओमिक्रॉन वेरिएंट का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। इस दौरान ओमिक्रॉन के कुल 65 मरीजों की रिपोर्ट आई, इनमें से 35 की रिपोर्ट नेगेटिव आने पर आरटी पीसीआर टेस्ट के बाद छुट्टी दे दी गई।

गौरतलब है कि पिछले 24 घंटे में देशभर में कोरोना के 6,317 नए केस सामने आए हैं।

  • देश
  • प्रदेश
  • आलेख