मुंबई: कई विवादों से घिरे महाराष्ट्र के राजस्व मंत्री एकनाथ खड़से ने इस्तीफे से इनकार कर दिया है। गौरतलब है कि एकनाथ खडसे की कुर्सी इस समय खतरे में है चूंकि एमआईडीसी जमीन घोटाले में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और प्रदेश भाजपा से रिपोर्ट मांगी है। इस बात की संभावना है कि पार्टी दस जून के बाद उन पर करवाई कर सकती है। अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद के फोन कॉल और जमीन घोटाले में घिरे खडसे अब पार्टी में अलग-थलग पड़ रहे हैं। भाजपा में उनके इस्तीफे की मांग जोर पकड़ रही है। वहीं, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री फड़नवीस गुरुवार को पीएम मोदी से मिलने वाले हैं और इस दौरान खडसे के मसले पर बातचीत हो सकती है। फड़नवीस पहले ही खडसे के मंत्रालय बदलने की पेशकश कर चुके हैं, लेकिन खडसे इस बदलाव के लिए तैयार नहीं है। विरोध में दो दिन से लालबत्ती की गाड़ी का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है। दूसरी ओर, खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोपों के संबंध में जांच और राज्य कैबिनेट से उन्हें हटाए जाने की मांग को लेकर आप की पूर्व नेता अंजलि दमानिया ने आज भूख हड़ताल शुरू की। यहां के आजाद मैदान में पहुंचकर अपनी भूख हड़ताल शुरू करने से पहले कल अंजलि ने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे का आशीर्वाद लेने के मकसद से उनसे मुलाकात की। उन्होंने मांग की कि जांच छह महीनों के अंदर पूरी हो और मामले की सुनवाई त्वरित अदालतों में हो। अंजलि ने कहा कि खड़से के खिलाफ भ्रष्टाचार के कई आरोप हैं और सरकार को इस संबंध में कार्रवाई करनी चाहिए। मैंने अन्ना से मुलाकात की और उन्हें खड़से के खिलाफ सभी दस्तावेज दिखाए।
जानकारी के अनुसार एकनाथ खड़से ने अपने पत्नी के नाम पुणे जिले के भोसरी एमआईडीसी में एक प्लाट खरीदा और इसकी स्टाम्प ड्यूटी गलत तरीके से भरी। इस मामले में वह अब घिरते जा रहे हैं। इसी के चलते राज्य सरकार और पार्टी पर उनके खिलाफ कार्रवाई करने का दबाव बढ़ गया है। पार्टी सांसद और मुंबई पुलिस के पूर्व कमिश्नर सत्यपाल सिंह ने कहा है कि खड़से पर पार्टी जल्द फैसला लेगी। खड़से पर पहले भी जलगांव में गलत तरीके से सरकारी जमीन खरीदने का गंभीर आरोप लग चुका है।