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मुंबई: 1993 मुंबई सीरियल ब्लास्ट मामले में स्पेशल टाडा कोर्ट ने शुक्रवार को 7 आरोपियों में से अब्दुल कय्यूम को बरी कर दिया है। वहीं मुख्य मास्टरमाइंड मुस्तफा डोसा और प्रत्यपर्ति कर भारत लाए गए गैंगस्टर अबू सलेम समेत छह को दोषी करार दिया है। अदालत में सभी आरोपियों की सजा पर जिरह 19 जून यानि सोमवार से शुरू होगी। इस मामले में अदालत अबू सलेम को फांसी की सजा नहीं दे सकती है क्योंकि प्रत्यर्पण संधि के तहत उसे 25 साल से ज्यादा की सजा नहीं दी जा सकती है। इस विस्फोट मामले में 257 लोगों की मौत हुई थी जबकि 713 गंभीर रूप से घायल हुए थे और इससे 27 करोड़ रुपये की संपत्ति नष्ट हो गई थी। साल 2007 में पूरे हुए सुनवाई के पहले चरण में टाडा अदालत ने इस मामले में याकूब मेमन सहित सौ आरोपियों को दोषी ठहराया था जबकि 23 लोग बरी हुए थे। इस मामले के मुख्य आरोपी याकूब मेमन को 30 जुलाई 2015 को फांसी की सजा दी जा चुकी है। सात आरोपियों सलेम, मुस्तफा दोसा, करीमुल्ला खान, फिरोज अब्दुल रशीद खान, रियाज सिददीकी, ताहिर मर्चेंट तथा अब्दुल कायूम की सुनवाई मुख्य मामले से अलग कर दी गई थी क्योंकि उन्हें मुख्य सुनवाई खत्म होने के वक्त गिरफ्तार किया गया था। सलेम पर गुजरात से मुंबई हथियार ले जाने का आरोप है। सलेम ने अवैध रूप से हथियार रखने के आरोपी अभिनेता संजय दत्त को ए के 56 राइफलें, 250 कारतूस और कुछ हथगोले 16 जनवरी 1993 को उनके आवास पर उन्हें सौंपे थे।

पुणे: पुणे के खड़की स्थित आयुध फैक्टरी में विस्फोट होने से दो लोगों की मौत हो गई है। वे लोग हल्के हथियारों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर रख रहे थे। रक्षा सूत्रों ने कहा कि विस्फोट सुबह करीब साढ़े नौ बजे हुआ। उस दौरान छांटे गये हथियारों को हटाया जा रहा था। ऐसा माना जा रहा है कि घटना में कई लोग घायल हुए हैं। एक अधिकारी ने कहा, दो लोगों की जलने से मौत हो गई है। मरने वालों के नाम और रैंक अभी सार्वजनिक नहीं किए गए हैं।

मुंबई: महाराष्ट के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा है कि राज्य में भाजपा की इकाई मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार है। फडणवीस ने उन खबरों का जिक्र करते हुए यह बात कही जिनमें खेती संकट के मद्देनजर कर्ज माफी के लिए किसानों के आंदोलन की पष्ठभूमि में राज्य में मध्यावधि चुनाव होने की अटकलें लगाई गई हैं। फडणवीस ने किसानों की पुरानी मांग को पूरा करने पर सहमति जताई थी और पिछले रविवार को उनके लिए कर्ज माफी की घोषणा की थी। उन्होंने किसी दल का नाम लिए कहा, जब आंदोलन जारी था तभी कुछ लोगों ने कहा कि वे सरकार को गिरा देंगे, वे समर्थन वापस ले लेंगे। मैंने कहा कि हम मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, यदि कोई हमें मध्यावधि चुनाव की ओर ढकेलना चाहता है तो मुझे भरोसा है कि हम फिर से सरकार का गठन करने में सफल होंगे। हाल में हुए महाराष्ट स्थानीय निकाय चुनाव में भाजपा की सफलता से उत्साहित फडणवीस ने भरोसा जताया कि राज्य के लोग राज्य में विभिन्न प्रदर्शनों के बावजूद भगवा दल के साथ हैं। उन्होंने कहा, सफलता अभूतपूर्व थी। किसी भी दल को ऐसी सफलता नहीं मिली। कांग्रेस-राकांपा अपने अच्छे दिनों में भी ऐसी सफलता हासिल नहीं कर सके। लोग इस सरकार पर भरोसा करते हैं।

मुंबई: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के भूख हड़ताल पर जाने के मुद्दे को लेकर उनपर महाराष्ट्र सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने निशाना साधा है। शिवसेना ने कहा कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री ने किसानों का आंदोलन खत्म करने के लिए गांधीवादी तरीके का सहारा लिया, जबकि उनकी अपनी पार्टी के अध्यक्ष ने महात्मा गांधी को चतुर बनिया कहा था। शिवसेना ने अपने मुखपत्र में छपे संपादकीय में कहा कि मुख्यमंत्री का काम शासन करना होता है। अनशन पर बैठ जाना भारतीयों के खिलाफ हो रहे अन्याय से लड़ने के लिए महात्मा गांधी का हथियार था। आज इस देश में न तो ब्रितानी और न ही कांग्रेस राज कर रही है। कर्ज माफी और अपनी फसलों के लिए लाभकारी मूल्य की मांग करने वाले किसानों से शांति की अपील करते हुए चौहान शनिवार को अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठ गए थे। उन्होंने कुछ योजनाओं की घोषणा करते हुए अगले दिन अनशन तोड़ दिया था, लेकिन फसाद से जुड़ी गतिविधियों में लिप्त लोगों को कड़ी चेतावनी जारी की थी। चौहान के अनशन से एक ही दिन पहले यानी शुक्रवार को भाजपा प्रमुख अमित शाह ने रायपुर में कहा था कि महात्मा गांधी एक चतुर बनिया थे, जिन्होंने स्वतंत्रता के बाद कांग्रेस को भंग करने की सही सलाह दी थी। शिवसेना ने अपने संपादकीय में कहा, भाजपा के अध्यक्ष तो महात्मा गांधी पर टिप्पणी कर रहे थे, वहीं उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता अपने राज्य की समस्याओं को सुलझाने के लिए गांधीवादी तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

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