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मुबंई: अरुणाचल प्रदेश में चीन द्वारा गांव बसाने की रिपोर्ट के बाद से ही भारत की सियासत में भूचाल है। एक ओर जहां कांग्रेस मोदी सरकार पर हमलावर है, वहीं भाजपा इसे कांग्रेस सरकार की गलतियों का नतीजा बता रही है। इस बीच शिवसेना ने भी मोदी सरकार पर हमला बोला है और कहा कि चीन ने हमारी सीमा में घुसकर गांव बसा लिया और केंद्र सरकार के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए मोदी सरकार से पूछा है कि आखिर अरुणाचल प्रदेश के चीनी गांव पर हथौड़ा कब चलाओगे?

मुखपत्र सामना के संपादकीय में शिवसेना ने मोदी सरकार पर हमलावर रुख अपनाते हुए कहा, 'अरुणाचल प्रदेश से आने वाली चीन की घुसपैठ की खबर धक्का देने वाली और भारत की की चिंता बढ़ाने वाली है। शिवसेना ने कहा कि चीन ने जो लद्दाख में किया, अब वही अरुणाचल प्रदेश में कर रहा है। चीन ने भारत की सीमा में घुसकर अरुणाचल प्रदेश के सीमा क्षेत्र में एक पूरा गांव बसा लिया है। यह सब कुछ एक रात में नहीं हुआ है, कई महीने चीनी सैनिक और वहां के लाल बंदरों की सरकार इस गांव को बसाने में जुटी हुई थी।'

मुंबई: छोटी-छोटी ठगी करके अब तक 22 हजार से ज्यादा महिलाओं को ठगी का शिकार बना चुका एक शातिर ठग मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ा है। साइबर पुलिस ने 32 साल के एक ऐसे शातिर ठग को पकड़ा है जो अब तक 22 हजार से ज्यादा महिलाओं को हजारों रुपए का चुना लगा चुका है। हैरानी की बात है कि गिरफ्तार युवक का नाम आशीष अहीर है और पेशे से कंप्यूटर इंजीनियर आशीष लंदन की यूनिवर्सिटी से पढ़ाई कर चुका है।

मुंबई साइबर सेल की डीसीपी रश्मि करंदीकर के मुताबिक उनके पास एक महिला की शिकायत आई थी, जिसमें ऑनलाइन शॉपिंग में ठगी की बात थी। इसके बाद मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई और फिर आरोपी को सूरत से गिरफ्तार कर लिया गया।

पूछताछ में उसने बताया कि लंदन से पढ़ाई करने के बाद सूरत में उसने कपड़ों का कारोबार शुरू किया था, लेकिन लॉकडाउन की वजह से उसे काफी नुकसान हुआ। इस वजह से उस पर कर्जे का बोझ बढ़ गया और उसे चुकाने के लिए उसने ठगी का गलत रास्ता चुना।

मुंबई: व्हाट्सएप चैटलीक मामले में अर्नब गोस्वामी की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने सोमवार को इस मामले पर बयान देते हुए कहा कि अर्नब गोस्वामी की चैट देश की सुरक्षा की दृष्टि से बेहद गंभीर है और मंगलवार को इसपर उच्चस्तरीय बैठक बुलाई गई है।

उन्होंने कहा कि हम अर्नब गोस्वामी और पार्थो दासगुप्ता के बीच लीक हुई चैट के बारे में जानकारी इकट्ठा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि चैट में बालाकोट हवाई हमले और पुलवामा हमले सहित कुछ अति संवेदनशील चीजों का उल्लेख किया गया है। 

उन्होंने कहा कि हम जांच कर रहे हैं कि अर्नब गोस्वामी को इस तरह की संवेदनशील जानकारी कैसे मिली। हमने अपनी अगली कार्रवाई तय करने के लिए कल एक बैठक बुलाई है।

मुंबई: शरद पवार नीत राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने सोमवार को सरकार से ‘रिपब्लिक टीवी’ के प्रधान संपादक अर्णब गोस्वामी और टेलीविजन रेटिंग एजेंसी बीएआरसी के पूर्व सीईओ पार्थ दासगुप्ता के बीच हुई कथित बातचीत की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति (जेपीसी) का गठन करने की मांग की। राकांपा के प्रमुख प्रवक्ता महेश तपासे मीडिया में वायरल उस कथित बातचीत का जिक्र कर रहे थे, जिसके अनुसार गोस्वामी को बालाकोट हवाई हमले के बारे में कई गुप्त जानकारियों का पता था। उन्होंने कहा, ‘‘यह बेहद स्तब्ध व परेशान करने वाला है कि कैसे राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मुद्दे का इस्तेमाल टीआरपी पाने के लिए किया गया।’’

तपासे ने कहा कि वह इस संबंध में बातचीत करने के लिए महाराष्ट्र के गृह मंत्री अनिल देशमुख से मंगलवार को मुलाकात करेंगे और ‘चैटगेट’ पर केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भी स्पष्टीकरण मांगेंगे। उन्होंने कहा, ‘‘सवाल यह भी उठता है कि अर्णब को कैसे इतनी संवेदनशील जानकारियां पता थी। गृह मंत्रालय को तुरंत इस सूत्र का पता करना चाहिए और तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए।’’

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