मुंबई: कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और सांसद राहुल गांधी के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा जारी नोटिस के खिलाफ कांग्रेस 13 जून को मुंबई और नागपुर में ईडी के दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस के नेता और मंत्री केंद्र की ‘‘तानाशाही'' के खिलाफ प्रदर्शन करेंगे।
पटोले ने संवाददाताओं से बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली राज्य सरकार पर सोनिया गांधी और राहुल गांधी को एक झूठे मामले में फंसाने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया।
ईडी ने नेशनल हेराल्ड-एजेएल सौदे से जुड़े मनी लॉड्रिंग के मामले में सोनिया और राहुल के खिलाफ समन जारी किया है।
पटोले ने कहा कि मुंबई और नागपुर में ईडी के कार्यालयों के बाहर प्रदर्शन किए जाएंगे, जिनमें कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेता और मंत्री शामिल होंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार सोनिया और राहुल के खिलाफ बदला लेने की राजनीति कर रही है।
पटोले ने कहा, ‘‘केंद्रीय एजेंसियों का दुरुपयोग करके विपक्ष को चुप कराने की केंद्र सरकार की चाल के तहत, ईडी ने सोनिया जी और राहुल जी को फर्जी मामले में फंसाकर नोटिस जारी किया है। भाजपा के इस तानाशाही वाले रवैये के विरोध में मुंबई और नागपुर में 13 जून को ईडी कार्यालयों के सामने प्रदर्शन किया जाएगा।''
मुंबई में पटोले और नागपुर में ऊर्जा मंत्री नितिन राउत इस प्रदर्शनों का नेतृत्व करेंगे।
पटोले ने कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार द्वारा इस्तेमाल की जा रही ‘‘दमनकारी रणनीति'' से नहीं डरती। उन्होंने केंद्र सरकार पर लोकतांत्रिक सिद्धांतों और संविधान का उल्लंघन करने का आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, ‘‘मोदी सरकार ने सीबीआई (केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो), ईडी, आयकर विभाग, एनसीबी (स्वापक नियंत्रण ब्यूरो) जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियों को कठपुतली बना दिया है और विपक्ष को चुप कराने के लिए उनका दुरुपयोग किया जा रहा है। देश भर में विपक्षी दलों के नेताओं के खिलाफ छापेमारी और कार्रवाई की जा रही है। भाजपा के दमनकारी, अत्याचारी और मनमाने शासन के खिलाफ कांग्रेस लगातार आवाज उठा रही है।''
पटोले ने कहा कि कांग्रेस तीन ‘‘काले'' कृषि कानूनों, महंगाई और बेरोजगारी को खत्म करने की मांग जैसे मुद्दों को लेकर केंद्र के खिलाफ सड़कों पर उतरी है।