नई दिल्ली: यूपी में भाजपा की शानदार जीत पर शिवसेना के नेता संजय राउत ने निशाना साधा है। भाजपा को बड़ी जीत मिली है, यूपी उनका राज्य था फिर भी अखिलेश यादव की सीटें बढ़ गई हैं। भाजपा की जीत में मायावती और ओवैसी का योगदान है इन सबको पद्मविभूषण और भारत रत्न देना पड़ेगा। हम लोग खुश हैं, हार-जीत होती रहती है। आपकी खुशी में हम भी शामिल हैं। संजय राउत ने आगे कहा कि चिंता का विषय ये हैं कि पंजाब में भाजपा जो एक राष्ट्रीय पार्टी है उसे पंजाब की जनता ने पूरी तरह से नकारा है।
पीएम मोदी, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री ने वहां जमकर प्रचार किया फिर भी भाजपा क्यों हार गई? आप हमें बार-बार बोलते हो कि शिवसेना को यूपी में कितनी सीटें मिलीं? यूपी में कांग्रेस और शिवसेना की जो हार हुई है, उससे बुरा हाल आपका पंजाब में हुआ है। इस बारे में आप थोड़ा देश को मार्गदर्शन दीजिए।
उत्तर प्रदेश की राजनीति में लंबी और प्रभावी भूमिका निभाने वाली बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का प्रदर्शन 2022 के विधानसभा चुनावों में अब तक सबसे खराब रहा है।
मायावती और ओवैसी की वजह से यूपी में मिली भाजपा को जीत
कुल 403 सीटों में से उसे महज एक सीट मिली है। बलिया से प्राप्त सूचना के अनुसार, जिले की रसड़ा विधानसभा सीट से बसपा के मौजूदा विधायक और विधानमंडल दल के नेता उमाशंकर सिंह तीसरी बार अपनी सीट बचाने में सफल रहे हैं। एक वक्त था जब बसपा का वोट शेयर उत्तर प्रदेश में 20 फीसदी से ज्यादा हुआ करता था और उसने सरकार भी बनायी। लेकिन इस बार उसे करीब 12.68 प्रतिशत मत मिले हैं और उसके खाते में सिर्फ एक सीट आयी है। असुदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली आल इण्डिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लमीन के अधिकतर उम्मीदवार पांच हजार मतों के आंकडे को पार नहीं कर पाए हैं और राज्य के मतदाताओं ने उन्हें बुरी तरह नकार दिया। एआईएमआईएम को इस बार आधा फीसदी से भी कम मत मिला।