मुंबई: केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक पुत्र नितेश राणे शनिवार को मालवणी थाने पहुंचे। दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व प्रबंधक दिशा सालियान के बारे में अपमानजनक टिप्पणी करने और गलत सूचना फैलाने के मामले में उनके खिलाफ दर्ज मामले में दोनों अपना बयान दर्ज कराने पहुंचे थे।
सालियान के बारे में कथित तौर पर अपमानजनक टिप्पणी करने और झूठी सूचना फैलाने के आरोप में नारायण राणे तथा नितेश के खिलाफ यह मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि भाजपा नेता और उनके बेटे दोपहर करीब 1.45 बजे पश्चिमी उपनगर में मालवणी थाना पहुंचे और लगभग नौ घंटे बाद रात करीब पौने 11 बजे वहां से निकले। मंत्री जब वहां पहुंचे तो उनके समर्थक भी थाने के बाहर जमा हो गए तथा नारेबाजी की। मालवणी पुलिस ने पहले नितेश राणे को गुरुवार को जांच अधिकारी और शुक्रवार को उनके पिता के सामने पेश होने के लिए नोटिस भेजा था, लेकिन उन्होंने अपने वकील के माध्यम से पुलिस को सूचित किया कि चूंकि राज्य विधानमंडल सत्र चल रहा है इसलिए वे शनिवार को पुलिस के सामने पेश होंगे।
मुंबई की एक अदालत ने शुक्रवार को पिता-पुत्र की जोड़ी को गिरफ्तारी से 10 मार्च तक अंतरिम राहत दी। इन्होंने मामले में गिरफ्तारी के डर से उपनगरीय मलाड में डिंडोशी सत्र अदालत के समक्ष अग्रिम जमानत दायर की थी।
केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने 19 फरवरी को संवाददाता सम्मेलन के दौरान सालियान की मौत के बारे में कुछ दावे किए थे। इस दौरान नितेश भी मौजूद थे। उल्लेखनीय है कि अभिनेता सुशांत राजपूत (34) का शव उपनगर बांद्रा स्थित उनके अपार्टमेंट से मिलने के छह दिन पहले सालियान ने आठ जून 2020 को उपनगर मलाड में एक बहुमंजिला इमारत से कूदकर कथित तौर पर आत्महत्या कर ली थी।