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संविधान ने देश में बदलाव लाने में उल्लेखनीय मदद की: सीजेआई खन्ना

मुंबई: तेलंगाना के मुख्यमंत्री केचंद्रशेखर राव के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर सिलसिलेवार तंज भरे हमलों के बाद आज वह अपने महाराष्ट्र समकक्ष और शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार से मिलने के लिए मुंबई पहुंचे। इस बैठक को 2024 के आम चुनावों में भाजपा से मुकाबला करने के लिए एक गैर-कांग्रेसी मोर्चा बनाने के प्रयासों के तौर पर देखा जा रहा है। इसी के तहत तेलंगाना के सीएम क्षेत्रीय दलों के नेताओं के साथ बैठक कर रहे हैं।

इस मुलाकात के बाद ठाकरे ने भाजपा पर जमकर हमला बोला और केसीआर के साथ साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा, "भविष्य की रणनीति बनाने के लिए एक पहल की जानी थी, इसलिए यह बैठक हुई। इस प्रयास में समय और बहुत मेहनत लगेगी। भाजपा पर हमला बोलते हुए ठाकरे ने कहा कि झूठ और दूसरों को बदनाम करने का यह धंधा अच्छा नहीं है, आज यही हो रहा है। हालांकि भाजपा का नाम लिए बगैर उद्धव ठाकरे ने कहा, 'बदला लेने के इर्द-गिर्द घूमने वाला हिंदुत्व हमारा हिंदुत्व नहीं है। कुछ लोग सिर्फ अपने एजेंडे के लिए काम करते हैं।

उन्होंने कहा कि हमें अपने देश को सही रास्ते पर लाना है। पीएम कौन होगा इस पर बाद में चर्चा की जा सकती है। हम आज से कई राजनीतिक नेताओं से मिलेंगे।"

वहीं, केसीआर ने साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि उद्धव जी से मिलकर मुझे बहुत खुशी हुई। हमने कई मुद्दों पर बात की जैसे कि विकास कैसे लाया जाए, प्रगति को गति दी जाए और संरचनात्मक परिवर्तन लाया जाए। उन्होंने आगे कहा कि "हम भाइयों की तरह हैं क्योंकि हम 1,000 किलोमीटर की सीमा साझा करते हैं। यह महाराष्ट्र की मदद से था कि हम कालेश्वरम परियोजना को विकसित करने में सक्षम थे, जो तेलंगाना के लिए एक गेम-चेंजर था। भविष्य में भी, दोनों आपसी प्रगति के लिए राज्य मिलकर काम करेंगे।

केसीआर ने आगे कहा कि सभी समान विचारधारा वाले नेता आने वाले दिनों में हैदराबाद या किसी अन्य शहर में बैठक कर भविष्य की कार्रवाई पर फैसला कर सकते हैं। तेलंगाना के सीएम केसीआर ने कहा, "जब भी दो राजनेता मिलते हैं, तो चर्चा में राजनीति का होना तय है। जिस तरह से देश चलाया जा रहा है, उसमें बदलाव की जरूरत है।" उन्होंने कहा कि वह और महाराष्ट्र के सीएम दोनों अन्य क्षेत्रीय और राष्ट्रीय नेताओं।

के चंद्रशेखर राव ने केंद्र पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का भी आरोप लगाया और कहा, "केंद्र सरकार को अपनी नीति बदलनी चाहिए, ऐसा नहीं करने पर उन्हें नुकसान होगा। देश ने ऐसी कई चीजें देखी हैं।"

बता दें कि केसीआर के साथ उनकी बेटी और विधान परिषद सदस्य के कविता और पार्टी सांसद जे संतोष कुमार, रंजीत रेड्डी और बी बी पाटिल भी मुंबई दौरे पर पहुंचे। एनसीपी प्रमुख शरद पवार के साथ केसीआर की बैठक से पहले दोनों ने एक संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।

मीटिंग में हुई इन मुद्दों पर चर्चा

दोनों मुख्यमंत्रियों के बीच बैठक के दौरान शिवसेना नेता संजय राउत और अरविंद सावत के साथ-साथ अभिनेता प्रकाश राज भी मौजूद थे। सीएम उद्धव ठाकरे और सीएम केसीआर के बीच बैठक के दौरान बभली बांध, तुम्मिडीहेटी, मेदिगड्डा बैराज और चंखा-कोर्टा बैराज जैसी सिंचाई परियोजनाओं सहित कई मुद्दों पर चर्चा की गई।

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि दोनों राज्यों में उद्योग और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में विभिन्न योजनाओं और परियोजनाओं पर भी चर्चा की गई। सिंचाई परियोजनाओं में अंतर-राज्य सहयोग और इसके विभिन्न प्रावधानों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।

बता दें कि उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री राव को दोपहर के लंच के लिए आमंत्रित किया था। इसके बाद वह वह शरद पवार से मुलाकात करेंगे। बता दें कि मुंबई में विभिन्न जगहों पर तेलंगाना के मुख्यमंत्री के पोस्टर का स्वागत करने वाले पोस्टर लगे हैं। पोस्टरों में सीएम राव, उद्धव ठाकरे, शरद पवार और शिवसेना के संस्थापक बाल ठाकरे की तस्वीरें हैं। सीएम चंद्रशेखर राव के कार्यालय के मुताबिक, ठाकरे ने उन्हें पिछले सप्ताह फोन किया और उन्हें मुंबई आमंत्रित किया। भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ उनकी 'लड़ाई' के पूर्व समर्थन की घोषणा की है।

तेलंगाना के मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा कि ठाकरे ने कहा था कि राव ने "देश को विभाजनकारी ताकतों से बचाने के लिए सही समय पर आवाज उठाई है।" बता दें कि कि सीएम राव के साथ उनकी बेटी और विधान परिषद सदस्य के कविता और पार्टी सांसद जे संतोष कुमार, रंजीत रेड्डी और बीबी पाटिल भी मुंबई दौरे पर हैं। के चंद्रशेखर राव ने पहले भाजपा पर निशाना साधा था और कहा था कि इसे देश की सत्ता से "बाहर" किया जाना चाहिए नहीं तो देश "बर्बाद" हो जाएगा। उन्होंने भाजपा को सत्ता से "बाहर" करने के लिए राजनीतिक ताकतों को एक साथ आने का भी आह्वान किया था।

भाजपा के खिलाफ विभिन्न विपक्षी दलों को एक साथ लाने के प्रयासों के तहत, केसीआर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मिलने की भी योजना बना रहे हैं। इससे पहले, पूर्व प्रधान मंत्री एचडी देवेगौड़ा ने केसीआर के पहल को समर्थन दिया था। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने भी कहा था कि गैर-एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्री जल्द ही दिल्ली में एक सम्मेलन करेंगे।

 

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