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मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया है कि महाराष्‍ट्र में विपक्ष के नेताओं के खिलाफ केंद्रीय एजेंसियों के इस्‍तेमाल का आरोप केंद्र की मोदी सरकार पर लगाया है। उन्‍होंने कहा कि राज्‍य की सरकार गिराने के लिए केंद्रीय एजेंसियों का उपयोग किया जा रहा है। झूठे आरोप लगाकर नेताओं पर दबाव बनाया जा रहा है। महाराष्‍ट्र की तरह के हालात बंगाल में भी हैं। राज्‍यसभा सांसद राउत ने कहा, 'पिछले कई दिनों से शिवसेना हो, ठाकरे परिवार हो, आनंदराव अडसुल, रविन्द्र वायकर, अनिल परब, भावना गवली, एनसीपी प्रमुख शरद पवार के परिवार के साथ कई लोगों पर केंद्रीय एजेंसियों पर से हमला हो रहा है, यह अपने आप में चिंता की बात है।'

उन्‍होंने कहा, 'इसके पीछे संदेश साफ है, आप सरेंडर हो जाइए या हम आपको गिराएंगे। इसलिए भाजपा की ओर से सरकार गिराने की तारीख दी जा रही है। भाजपा नेताओं ने कहा कि 10 मार्च को यह सरकार गिरेगी, आपने किस आधार पर यह तारीख दिया। इस संबंध में मैंने उप राष्‍ट्रपति और राज्‍यसभा सभापति वेंकैया नायडू को पत्र लिखा है।

राउत ने कहा, '20 दिन पहले भाजपा के कुछ प्रमुख लोग मुझसे 3 बार मिले और बार बार मुझे यह कहने का प्रयत्न किया कि मैं इस सरकार से निकल जाऊं, हमारी पूरी तैयारी है। हम या तो राष्ट्रपति शासन लाएंगे या कुछ विधायकों को हमारी तरफ ले लेंगे। मैंने कहा कि यह कैसे संभव है? उनका कहना है कि अगर आपने ऐसा नहीं किया, मदद नहीं किया तो केंद्रीय जांच एजेंसी तुम्हें टाइट करेंगे। तब तुम पछताओगे।' शिवसेना सांसद ने कहा, 'मैं उन लोगों का नाम अभी नहीं ले रहा, भविष्य में लूंगा। मैंने कहा कि ठाकरे सरकार को कुछ नहीं होगा। आप देखिए, उसी समय पवार परिवार पर भी दबाव बनाया जा रहा है। ऐसे ही पाटणकर के बारे में कहा गया कि कर्जत में मंदिर की ज़मीन को उन्होंने हड़पा। मैं वापस कहता हूं कि आप बताइए कि कहां हुआ है? 2014 में पाटणकर 12वें शख्स हैं जिन्होंने यह ज़मीन ली है। उससे पहले 11 लोग थे जिनके पास यह ज़मीन थी। हमारे आनंदराव अडसुल बार बार कह रहे हैं कि वो निर्दोष हैं, फिर भी उनके खिलाफ कहा जा रहा है। ऐसे ही ये लोग भावना गवली, अनिल परब, रविन्द्र वायकर के पीछे पड़े और अब मेरे पीछे पड़े हैं। मैंने कभी गलत काम नहीं किया।'

राउत ने कहा, 'आज मेरे बैंक में ईडी के अधिकारी आए और 20 सालों के स्टेटमेंट को वो लेकर गए। मेरा घर अलीबाग में है और ज़ाहिर सी बात है कि मेरी ज़मीन वहीं है। 50 गूंठा ज़मीन जिसकी कीमत 40 लाख होगी, वहां 15 दिनों से ईडी के अधिकारी पहुंचे हुए हैं। गरीबों को डराकर वहां कहते हैं कि संजय राउत के खिलाफ कुछ लिख के दो। इतनी छोटी रकम की ज़मीन की जांच ईडी कर रही है। कहते हैं यहां नहीं, तिहाड़ के जेल में डालेंगे। कहते हैं कि हम देखेंगे 2024 में क्या होगा। मेरी बेटी की शादी के बाद फूल वाले से लेकर मेहेंदी वाले के पास भी ईडी के अधिकारी पहुंचे। गुजरात में 25 हज़ार करोड का घोटाला हुआ आपने कुछ नहीं किया।'

राउत के अनुसार, 'भाजपा के पूर्व वन मंत्री ने शादी में साढ़े 9 करोड़ का कारपेट जंगल में शादी के लिए लगाया। हमने कहा कि घर की शादी है, हम किसी के घर में नहीं जाते। मैं अब भी कहता हूं, जो करना है कर लो। जेल में डालोगे तो मैं जाने को तैयार हूं, मेरे साथ तुम भी रहोगे। मुलुंड में मेरा जो टेलर है, उसके पास भी ईडी के अधिकारी गए। ईडी क्या कर रही है यह भी लोगों को पता लगना चाहिए। अब केवल जूते वाले के पास जाना बाकी रह गया है।'

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