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मुंबई: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के एक नेता के खिलाफ भ्रष्टाचार की जांच को लेकर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। साथ ही उन्होंने अपने पूर्व गठबंधन सहयोगी को चेतावनी भी दी है। उन्होंने रिपब्लिक टीवी के एंकर अरनब गोस्वामी के खिलाफ आत्महत्या का मुकदमा चलने पर भाजपा नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों द्वारा की गई आलोचना की भी निंदा की। महाराष्ट्र में महाविकास आघाड़ी सरकार की वर्षगांठ पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने भाजपा को खुलेआम चेतावनी दी उन्होंने कहा "हमारे परिवार या बच्चों पर आप हमला करना चाहते हैं, तो याद रखें उन लोगों के भी परिवार और बच्चे हैं और आप भी धुले चावल नहीं हो। तुम्हारी खिचड़ी कैसे पकानी है, वो हम पका सकते हैं।"

शिवसेना के मुखपत्र 'सामना' में इंटरव्यू में उन्होंने कहा कि ईडी आदि का दुरुपयोग करके केंद्र सरकार दबाव बनाने का प्रयास कर रही है। बताते चले कि हाल ही में शिवसेना के एक विधायक के घर पर ईडी के छापे पड़े थे। गौरतलब है कि शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की गठबंधन वाली एमवीए सरकार ने अपना एक वर्ष का कार्यकाल पूरा कर लिया है और इसका श्रेय ठाकरे और राकांपा प्रमुख शरद पवार के बीच घनिष्ठता को दिया जाता है।

हालांकि ये आरोप भी लगते रहें हैं कि सहयोगी दलों के बीच समन्वय की कमी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के बाद भाजपा के साथ लंबी चली खींचतान के बाद शिवसेना ने भाजपा का साथ छोड़ कर राकांपा और कांग्रेस के सहयोग से सरकार बनाई। उन्होंने पिछले वर्ष 28 नवंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी।

कोरोना वायरस महामारी और प्राकृतिक आपदाएं जैसे चक्रवात निसर्ग, पूर्व विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों में बाढ़ आदि घटनाओं ने ‘ठाकरे सरकार' के सामने कड़ी चुनौतियां पेश की। जानकारों का कहना है कि इस दौरान मुख्यमंत्री पर घर से काम करने के आरोप लगे। लेकिन इसके अलावा उन पर कोई आरोप नहीं लगा। इसके अलावा उन्हें और उनके बेटे आदित्य को अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मामले में फंसाने की कोशिशें भी नाकाम साबित हुईं। आदित्य राज्य सरकार में मंत्री हैं।

 

 

 

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