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मुंबई: महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में शिवसेना नेता  नितिन नंदगांवकर और राज ठाकरे की पार्टी मनसे द्वारा कराची स्वीट्स के मालिक को दुकान के नाम से 'कराची' शब्द हटाने की चेतावनी दी गई। इसके बाद कराची स्वीट्स के मालिक ने दुकान के नाम को पेपर से ढक दिया है। वहीं शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने गुरुवार को कराची स्वीट्स के  समर्थन में आ गए। संजय राउत ने कहा कि दुकान के मालिक का पाकिस्तान से कुछ लेना-देना नहीं है, इसलिए दुकान का नाम बदलने की मांग शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है।

संजय राउत ने किया कराची स्वीट्स का समर्थन

संजय राउत ने कहा,''कराची बेकरी और कराची स्वीट्स मुंबई में 60 सालों से हैं। उनका पाकिस्तान से कोई लेना-देना नहीं है। उनके नाम बदलने की मांग करना बेमतलब है। उन्होंने कहा कि दुकान का नाम बदलने की मांग रखना शिवसेना का आधिकारिक रुख नहीं है।''

 

शिवसेना नेता ने नाम बदलने के लिए धमकी दी 

शिवसेना नेता नंदगांवकर का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है, जिसमें वह कराची स्वीट्स शॉप के मालिक को दुकान के नाम से 'कराची' शब्द हटाने को कह रहे हैं। बांद्रा वेस्ट स्थित कराची स्वीट्स के मालिक को धमकी देते हुए नंदगांवकर ने कहा था कि उन्हें दुकान का नाम बदलना ही होगा। नंदगांवकर ने कहा था, 'कराची नाम पाकिस्तान से जुड़ा हुआ है और यह मुंबई में इस्तेमाल नहीं होगा। पाकिस्तान आतंकियों से भरा देश है।' उन्होंने कहा कि वह उन्हें समय देने के लिए तैयार हैं, लेकिन उन्हें जल्द से जल्द नाम बदलना होगा।

दुकान ने मालिक ने कहा, परिवार में यह नाम है 

दुकान के मालिक का कहना है कि उनके परिवार में यह नाम है क्योंकि उनके पूर्वज कराची से थे। वीडियो वायरल होने के बाद लोगों ने शिवसेना नेता की आलोचना शुरू कर दी। 

संजय निरूपम ने उद्धव से कार्रवाई करने को कहा 

कांग्रेस के नेता संजय निरूपम ने शिवसेना कार्यकर्ता को 'बेवकूफ' बताते हुए कहा कि भारत के चाइनीज होटलों का चीन से कोई लेना-देना नहीं है, वैसे ही बांद्रा के कराची स्वीट्स का पाकिस्तान से कोई नाता नहीं है। उन्होंने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे से मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए भी कहा है। मामले को बढ़ता देख अब शिवसेना ने भी पार्टी कार्यकर्ता की इस हरकत से किनारा करना शुरू कर दिया है।

 

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